“सतवंती नार” एवं “पत्नी हो तो ऐसी” दो लघु नाटिकाओं का मंचन हुआ


तेरापंथ महिला मंडल बीकानेर द्वारा दंपति कार्यशाला का आयोजन हुआ



बीकानेर , 11 अप्रैल। तेरापंथ महिला मंडल बीकानेर के तत्वावधान में इंडस्ट्रियल एरिया में किशन लाल बोथरा के विशाल हॉल में शासन श्री साध्वी कुंथु श्री जी के सानिध्य में दंपति कार्यशाला का आयोजन हुआ l साध्वी श्री जी के नमस्कार मंत्र से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ l
बहिनों द्वारा “सतवंती नार” एवं “पत्नी हो तो ऐसी” लघु नाटक प्रस्तुत किए गए l दोनों परिसंवाद रोचक प्रेरक एवं आकर्षक रहे l साध्वी वृंद ने सुमधुर गीत का संगान किया l



साध्वी श्री कुंथु श्री जी ने अपने उद्बोधन में कहा एक चक्के से गाड़ी नहीं चल सकती। एक तार से बल्ब नहीं जलता। एक हाथ से ताली नहीं बजती। एक व्यक्ति से सृष्टि का संचालन नहीं होता। अकेले पुरुष या अकेली महिला स्त्री से ना परिवार होता है, ना समाज होता है। जहां जोड़ा होता है वहां परस्पर व्यवहार होता है। साध्वीश्री ने संबंधों को मधुर कैसे बनाएं साथी के साथ कैसे जिए उसके लिए कुछ टिप्स बताये। उन्होंने कहा कि जीवन में अनागृह चेतना का विकास , समन्वय और संवेदनशीलता का विकास हो। साध्वी श्री ने सहनशीलता, परस्पर संवादिता पर विशद विवेचन करते हुए कहा इनको जीवन में अपनाकर साथी के साथ सुखद सरस शांतिपूर्ण जीवन जिया जा सकता है।
साध्वी सुमंगल श्री जी ने दृष्टिकोण , व्यवहार एवं चरित्र तीन शब्दों पर दांपत्य जीवन जीने की विस्तृत व्याख्या प्रस्तुत की l महिला मंडल की अध्यक्ष श्रीमती दीपिका बोथरा ने भावाव्यक्ति की l विनीता व युवक परिषद अध्यक्ष अमित कोठारी ने अपने भाव प्रस्तुत किए l श्रीमती शांता भूरा ने कार्यक्रम का कुशल व सफल संचालन किया l सुनीता बाफना ने प्रतियोगियों को सम्मानित किया। श्रीमती रेणु बोथरा ने आभार प्रकट किया l