प्रदेश भर में आज परिवहन निरीक्षकों की हड़ताल का असर बीकानेर में भी देखने को मिला
बीकानेर , 5 फ़रवरी। दो दिन पूर्व धौलपुर जिले में देर रात वाहन चेकिंग के दौरान धौलपुर एसपी सुमित मेहरड़ा द्वारा दो परिवहन निरीक्षकों को अवैध वसूली के नाम पर थाने लाकर बिठा दिया और सात घंटे बाद छोड़ा। जांच करने पर उनके पास कुछ मिला भी नहीं था। पुलिस की इसी कार्य प्रणाली के खिलाफ प्रदेश भर के सभी परिवहन निरीक्षकों ने मंगल वार रात से सड़क मार्ग पर वाहन जांच से जुड़ा प्रवर्तन का काम बंद रखा।
मंगल वार को हालांकि सरकारी अवकाश था इसलिए कार्यालयों में कोई प्रभाव नहीं दिखा लेकिन आज रोस्टर और प्रवर्तन कार्य से जुड़े सभी परिवहन निरीक्षकों के सामूहिक अवकाश के कारण बीकानेर डीटीओ कार्यालय में ड्राइविंग लाइसेंस संबंधी काम बिल्कुल नहीं हुए और रोस्टर अधिकारी की अनुपस्थिति में वाहनों का भौतिक सत्यापन भी नहीं हो सका।
उधर परिवहन निरीक्षकों के रोड़ पर नहीं जाने के कारण ओवर लोड वाहन,बिना फिटनेस, टैक्स वाले वाहन बे खौफ सड़कों पर दौड़ते दिखे। इस प्रकार संभाग स्तर पर लाखों का राजस्व नुकसान विभाग को भुगतना पड़ा। ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने आई पब्लिक को काफी परेशान होना पड़ा। जिनका लर्नर लाइसेंस जिसकी अंतिम तारीख थी उनको शारीरिक मानसिक ओर आर्थिक नुकसान हुआ। इनके लिए विभाग ने कोई वैकल्पिक व्यवस्था भी नहीं की।सुबह से वाहन शाखा की खिड़कियां बंद रही तो ड्राइविंग लाइसेंस शाखा के तो दोपहर तक ताले तक नहीं खुले।
इस संदर्भ में बीकानेर सिटीजन एसोसिएशन के एडवोकेट हनुमान शर्मा ने बताया कि परिवहन निरीक्षकों की हड़ताल के कारण विभाग को राजस्व का अच्छा खासा नुकसान हुआ है और वाहन स्वामियों एवं लाइसेंस के लिए आए लोग परेशान होते दिखे यदि हड़ताल लंबी खींचती है तो ऐसी स्थिति में उच्च अधिकारियों आरटीओ डीटीओ को इनके लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए।