पुष्करणा ऑलम्पिक सावा 2024 पर द पुष्करणाज फाउण्डेशन देगा विशेष सेवाऐं
- अन्तर्राष्ट्रीय भाषाओं का देंगें प्रशिक्षण, विदेशी पावणे आयेंगें
बीकानेर, 30 जनवरी। स्थानीय लाली माई पार्क में द पुष्करणाज फाउण्डेशन की बैठक रखी गई। बैठक में यह तय किया की पुष्करणा ऑलम्पिक सावे पर द पुष्करणा फाउण्डेशन द्वारा घर-घर व गली-मौहल्लों में जाकर समाज के उत्थान के लिए युवाओं में जागृति जगायेंगें। इस मुहीम में संस्कृति बचाओं- परम्परा निभाओं व एकल विवाह हटाओं-सावा बचाओं का विशेष अभियान चलाया जाएगा। इसके साथ ही भोजन करते समय झुठन न छोड़ने का संकल्प पत्र के साथ ही विशेष अभियान चलाया जायेगा।
फाउण्डेशन के अध्यक्ष राजेश रंगा ने बताया की यह अभियान बारहगुवाड चौक व सदाफते से शुरूआत की जायेगी। पुष्करणा ऑलम्पिक सावे पर दुल्हों के परिवारजनों को समझानें का यह अभियान चलाया गया कि एकल सावें में फिजुल खर्ची होती है और सावें में शादियां करने से फिजुल खर्च के बबार्द होने से बचा जा सकता है। यह एक अच्छी पहल है जो कि पुष्करणा समाज द्वारा 529 वर्ष पुरानी इस परम्परा का निरंतर यह समाज पहल कर रहा है।
सचिव कृष्णचन्द पुरोहित ने बताया कि इस बार पुष्करणा ऑलम्पिक सावें के उपलक्ष्य में संगोष्ठी आयोजित की जायेगी। संगोष्ठी का विषय समाज में बढ़ रही कुरितियों को रोकने के लिए विचार होगा। साथ-साथ मेहंदी प्रतियोगिता और मण्डळो प्रतियोगिता, रंगोली प्रतियोगिता आयोजित की जायेगी। तेलीवाड़ा में कैस बैंक का काउंटर भी लगाया जायेगा, जिसमें समाज के सभी लोगों को सुविधा उपलब्ध हो सके।
इसी क्रम में साफा, पाग, पगड़ी बान्धने की सेवाऐं दी जायेगी और प्रशिक्षण भी दिया जायेगा एवं इस बार एक अलग ही कार्यक्रम आयोजित होगा। जिसमें अंतरराष्ट्रीय भाषा फ्रांस, जर्मनी, इटालियन जैसी भाषाओं का प्रशिक्षण भी दिया जायेगा। अन्तरराष्ट्रीय भाषा प्रशिक्षण शिविर 02. फरवरी सुबह 9.00 बजे नालन्दा पब्लिक स्कूल में आयोजित होगा, और साफा, पाग, पगड़ी व बीकानेर की ऐतिहासिक धरोहर चन्दा (पतंग) की प्रर्दशनी भी लगाई जायेगी।
सह-सचिव विमल किशोर व्यास ने बताया कि इसके साथ ही द पुष्करणा फाउण्डेशन द्वारा यह तय किया की कृष्णचन्द पुरोहित, भैरूरतन पुरोहित, लक्ष्मीनारायण छंगाणी (पागा महाराज), मोहित पुरोहित, आदित्य पुरोहित इत्यादि व्यक्तियों के द्वारा मोहता चैक बारहगुवाड़ चौक व अन्य स्थानों पर पुष्करणा ऑलम्पिक सावे पर साफा, पाग, पगड़ी की सेवाऐं देंगें। जिसमें गोल साफा, फाल्गुनी साफा, माहेश्वरी पाग, खिडकिया पाग (विष्णुरूपी दुल्हे के लिए), जोधपुरी साफा, अंग्रेजी साफा, गंगाशाही साफा इत्यादी पगड़ियों के बान्धने की सेवाएं देंगें और खिडकिया पाग बन्धवाने के लिए दुल्हों ने अपना पंजियन करवाने के लिए पुष्करणा स्टेडियम के पीछे स्थित कार्यालय में शुरू कर दिया है।
बैठक में द पुष्करणा फाउण्डेशन के पदाधिकारियों ने फाउण्डेशन की नींव पर प्रकाश डाला। जिसमें वर्षभर होने वाली गतिविधियों पर प्रकाश डाला जिसमें प्रमुख रूप से यह तय किया गया कि –
1. पुष्करणा सामुहिक सावा होने के लिए संस्कृति बचाओं व परम्परा निभाओं एवं ‘‘एकल हटाओं-सावा बचाओं’’ अभियान।
2. सामुहिक सावें के लिए शहर में चिकित्सा व्यवस्था सुचारू हो।
3. सामुहिक सावें के लिए यातायात व्यवस्था सुचारू हो।
4. समाज को एकरूपता में बांधने में प्रयत्नशील हो व समाज सुधारक बनें।
5. सामुहिक यज्ञोपवित आयोजित करवाना जिसमें समाज द्वारा प्रचलित गणेश परिक्रमा व काशी यात्रा की लोक संस्कृति को जीवत रखना मुख्य उदेश्य है।
6. फिजुल खर्चों पर रोक हो।
7. पुष्करणा समाज का उत्थान हर संभव प्रयास।
8. मायरा व देरावली का बहिष्कार।
9. खेल, कला, शिक्षा साहित्य संस्कृति व कवि सम्मेलन समय-समय पर आयोजित करवाना।
10. समाज के होनहार व गरीब बच्चों को प्रोत्साहन देना।
11. समाज के युवाओं में प्रोत्साहन भाईचारें की भावना जागृत करना व गरीब की सहायता करना मूल उदेश्य।
12. समाज में लोक, कला, संस्कृति को बचाने का प्रत्यनशील होना।
13. पुष्करणा स्टेडियम में खेल काॅम्पलेक्स बनवाना।
14. भोजन करते समय झुठन न छोड़ने का संकल्प पत्र भरवाना।
इस प्रकार से फाउण्डेशन के मूल उदेश्य है जो निरन्तर जारी रहेगा। इस बैठक में रामचन्द्र आचार्य, महेश पुरोहित, विमल किशोर व्यास, उमेश पुराहित, श्यामसुन्दर किराडू, गोपीकिशन छंगाणी, जुगलकिशोर छंगाणी, मनोज देराश्री, मदन ओझा, अशोक पुरोहित, नन्दकिशोर रंगा, मरूधर बोहरा, राजकुमार रंगा, मोहित पुरोहित, आदित्य पुरोहित, राजेश रंगा, आशिष रंगा, अविनाश व्यास, देवेन्द्र पुरोहित, गोपाल व्यास, राजशेखर हर्ष, विष्णुदत्त पुरोहित, सत्यनारायण छंगाणी समस्त पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया और विचार प्रकट किये।