घर के बाहर बैठे टीचर का गला काटा, बाप बचाने आया तो उसका भी हाथ काट डाला..खुद को भी मार लिया ..
उदयपुर, 26 जुलाई। घर में बैठे टीचर की तलवार से गर्दन काटकर हत्या करने वाला उसका दोस्त ही निकला। हमले के बाद आरोपी जंगल में जाकर छुप गया था। पुलिस तलाश में जंगल में पहुंची तो हत्यारे ने तलवार से खुद का गला काट लिया। पुलिसकर्मी चिल्लाते रहे और आरोपी गला काटता रहा। गंभीर हालत में पुलिस अस्पताल लेकर पहुंची तो डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मामला सलूंबर के अदवास गांव की मेघवाल बस्ती का है। टीचर की हत्या के पीछे जादू-टोना को कारण बताया जा रहा है।
सलूंबर एसपी अरशद अली ने बताया कि गुरुवार रात को टीचर शंकरलाल मेघवाल (40) की उसके दोस्त फतह सिंह (30) ने गला काटकर हत्या कर दी गई थी। इस दौरान बेटे को बचाने आए पिता डालचंद मेघवाल (60) पर भी हमलावर ने ताबड़तोड़ वार किए। हमले में पिता का हाथ कट गया। उनको गंभीर हालत में एमबी हॉस्पिटल उदयपुर रेफर किया गया।
गंभीर रूप से घायल होने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती किया है। इस मामले में मेघवाल समाज के लोगों का आक्रोश फूट पड़ा है। वे जल्द ही आरोपी की गिरफ्तारी की मांग करते रहे।
सिगरेट पीते-पीते मारी तलवार
उदयपुर जिले के सलूंबर क्षेत्र में स्थित अदवास गांव के निवासी शंकरलाल मालवीय रात करीब 10 बजे घर के बाहर बैठे थे। तभी एक बदमाश वहां आया और पास की दुकान से सिगरेट लेकर पीने लगा। तभी पास में खड़े टीचर शंकरलाल मालवीय को अचानक तलवार मार दी। जिससे उनका गला कट गया और बहुत खून बह जाने के कारण उनकी मौत हो गई। अपने बेटे की चीख सुनकर बचाने आए पिता डालचंद मेघवाल पर भी आरोपी ने तलवार से हमला किया। जिससे उनका हाथ कट गया, आरोपी युवक हत्या की वारदात को अंजाम देकर फरार हो गया। इस मामले में पुलिस ने मृतक का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया है। मामले की जांच शुरू कर आरोपी की तलाश की जा रही है।
पुलिसकर्मियों ने बहुत समझाया, लेकिन जान दे दी
शुक्रवार दोपहर पुलिस जब आरोपी को तलाशते हुए जंगल में पहुंची तो उसने तलवार से खुद का गला काटना शुरू कर दिया। पुलिसकर्मियों ने उसको आवाज देकर समझाया। पुलिसकर्मी उसको रोकने के लिए लालच दिया। उसे बोला कि रुक जाओ तुम्हें सजा नहीं होगी, इधर आ जाओ। गला मत काट अपना। बेटा तलवार फेंक दे, तुझे कुछ नहीं होगा। इधर आ जाओ। नहीं मारेंगे तुझे। नीचे आ जा, तेरी मदद करेंगे। तेरा जीवन क्यों खत्म कर रहा है, तेरी मदद करेंगे, तू विश्वास रख। तेरे बहुत खून आ रहा है, तेरे को ठीक करवा देंगे, जल्दी आ जा। लेकिन युवक ने अपनी जान दे दी।
वीडियो में हत्यारा बोल रहा, बर्बाद कर दिया
पुलिस के सामने तलवार से गला काटते समय युवक बार-बार कह रहा था, फूल ने मुझे बर्बाद कर दिया। फतह सिंह पुलिस के नजदीक आया तब भी यहीं कह रहा था कि मेरे बयान ले लो। लॉकडाउन में मुझे फूल दिया और उसके बाद से नुकसान ही हुआ, फायदा नहीं। बताया जा रहा है कि टीचर और फतह सिंह में एक साल से बातचीत भी नहीं हो रही थी।
हत्यारे के पिता बोले- बेटे ने सही नहीं किया
फतहसिंह के पिता देवीसिंह ने कहा था कि उसके बेटे ने यह अच्छा काम नहीं किया। उसने शंकर को मारकर अच्छा नहीं किया। उसे उसकी सजा मिलनी चाहिए। दोनों में गहरी दोस्ती थी। दोनों अधिकांश समय साथ ही रहते थे। गांव में जिसे भी इस घटना की जानकारी मिली, किसी को विश्वास नहीं हुआ। शुक्रवार दोपहर फतह सिंह ने खुद ही गला काटकर जान दे दे दी।
आरोपी के पिता ने माना फूल दिया था
इधर, आरोपी के पिता देवीलाल ने बताया कि टीचर ने उसके बेटे को कोरोना के समय एक फूल दिया था। युवक अहमदाबाद में काम करता था। उसके मन में पिछले दो साल से चल रहा था कि ये फूल जब से मिला है,तब से तरक्की नहीं कर पा रहा है। इसके दो भाई है, जो गांव में ही अलग से रहते हैं और खेती करते हैं। बताते हैं कि बहुत पहले बड़ी बहन इसे अहमदाबाद ले गई और साइकिल का काम कराया, लेकिन वहां भी सफल नहीं हुआ तो वापस गांव लौट आया था।