बच्चों को नशीली दवाएं बिक्री न हो इसलिए मेडिकल स्टोर्स पर लगाए गए सीसीटीवी कैमरों की नियमित मॉनिटरिंग हो
- बाल कल्याण समिति की बैठक में जिला कलेक्टर ने दिए निर्देश
बीकानेर, 30 अप्रैल। जिले के मेडिकल स्टोर्स पर बच्चों को नशीली दवाइयां विक्रय नहीं करने की मॉनिटरिंग के लिए लगाए गए सीसीटीवी कैमरों पर नियमित नजर रखी जाए।
जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बाल कल्याण समिति की बैठक के दौरान यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बच्चों में नशाखोरी की प्रवृत्ति गंभीर समस्या है। जिले के बच्चे इस बुराई से दूर रहें, इसके लिए सतत और सामूहिक प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि लगभग 1400 मेडिकल स्टोर्स पर लगाए गए सीसीटीवी कैमरों की नियमित पड़ताल हो। इसके लिए औषधि नियंत्रक और केमिस्ट एसोसिएशन के प्रतिनिधि आपसी समन्वय रखें।
उन्होंने बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीति की रोकथाम के लिए भी मुस्तैद रहकर कार्य करने के निर्देश दिए। आखा तीज और पीपल पूर्णिमा जैसे अवसर पर विशेष ध्यान देने को कहा। इस दौरान बाल श्रम उन्मूलन के किए गए प्रयासों पर चर्चा हुई। साथ ही आगामी दिनों में इस संबंध में विशेष अभियान चलाए जाने का निर्णय हुआ। इस दौरान बाल कल्याण समिति और किशोर न्याय बोर्ड द्वारा किए गए कार्यों पर चर्चा की गई। बैठक में राजकीय गृहों में आवासित बच्चों की व्यवस्थाओं और चाइल्ड लाइन के कार्यों की समीक्षा की गई।
बैठक में बाल कल्याण समिति अध्यक्ष जुगल किशोर व्यास, सदस्य जन्मेजय व्यास, हाजरा बानो, किशोर न्याय बोर्ड सदस्य अरविंद सिंह सेंगर, किरण गौड़, बाल अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक अरुण सिंह, राजकीय संप्रेषण एवं किशोर गृह अधीक्षक सुरेंद्र कुमार, राजकीय बालिका गृह अधीक्षक शारदा चौधरी सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।