बीकानेर के करणीनगर औद्योगिक क्षेत्र में एक-एक कर तीन की मौत



- सेप्टिक टैंक की सफाई करने उतरे थे एक नीचे गया, बाहर नहीं आया तो दो और उतर गए
बीकानेर , 22 मई। बीकानेर। शहर के करणीनगर औद्योगिक क्षेत्र स्थित एक ऊन फैक्ट्री में बने सेफ्टी टैंक की सफाई करने उतरे तीन श्रमिकों की दम घुटने से मौत हो गई। जबकि एक श्रमिक बेहोश हो गया। हादसा गुरुवार सुबह करीब पौने 11 बजे हुआ। मौके पर मौजूद फैक्ट्री में काम करने वाले कामगार तीनों श्रमिकों को निकाल कर पीबीएम अस्पताल लेकर आए, जहां पर चिकित्सकों ने तीन को मृत घोषित कर दिया। हादसे का पता चलने पर नगर निगम के उपायुक्त यशपाल आहूजा व अन्य अधिकारी एवं मुक्ताप्रसाद नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस के अनुसार शिवबाड़ी हरिजन बस्ती निवासी अनिल कुमार चांगरा (36) पुत्र कैलाशचन्द, बांद्राबास निवासी गणेश (28) पुत्र देवाराम एवं शिवबाड़ी निवासी सागरराज लखन (30) पुत्र धनराज लखन एवं ओमप्रकाश गुरुवार सुबह करणीनगर औद्योगिक क्षेत्र स्थित भवानी वूलन मील (राम राम-सा फैक्ट्री) में सेफ्टी टैंक की सफाई करने गए थे।




सुबह करीब साढ़े दस व पौने ग्यारह बजे जैसे ही चारों श्रमिक टैंक में उतरे तो एक के बाद एक चारों बेहोश गए। तब वहां मौजूद फैक्ट्री में काम करने वाले कामगारों ने उन्हें निकाला और पीबीएम अस्पताल लेकर गए, जहां चिकित्सकों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। भवानी वूलन टेक नामक कंपनी में सेप्टिक टैंक की सफाई करते हुए ये हादसा हुआ था। सुबह करीब दस बजे सेप्टिक टैंक की सफाई के लिए मजदूरों को बुलाया गया था। ये लोग सफाई करने उतरे। एक नीचे गया, लेकिन बाहर नहीं आया तो दूसरा मजदूर गया। इसके बाद तीसरा गया।


तीनों की ही अंदर से कोई आवाज नहीं आई। इसके बाद बाहर खड़े एक अन्य मजदूर ने मिल मालिक को सूचना दी। जिसके बाद तीनों को अचेतावस्था में बाहर निकला। पीबीएम अस्पताल ले गए थे, जहां डॉक्टर्स ने मृत घोषित कर दिया।
सुरक्षा सामान का उपयोग नहीं किया
सेप्टिक टैंक में उतरने से पहले कई तरह के सुरक्षा उपकरण पहनने होते हैं। जिन तीन मजदूरों को बाहर निकाला गया है, उन्होंने कोई सुरक्षा उपकरण नहीं पहने हुए थे। टैंक में कार्बन डाई ऑक्साइड बनने से तीनों अचेत हो गए थे।
तीन साल पहले भी हुआ हादसा
बीकानेर के करणी इंडस्ट्रियल एरिया में तीन साल पहले भी चार मजदूरों की मौत हो गई थी। तब भी मजदूरों को पानी का टैंक साफ करने की कहकर बुलाया था और सेप्टिक टैंक में उतार दिया था। सेप्टिक टैंक में जहरीली गैस में दम घुटने से एक-एक कर चारों मजदूरों की मौत हो गई थी। टैंक की सफाई के लिए मजदूरों को कोई उपकरण देने के बजाय महज एक बाल्टी थमा दी थी।
बिना सुरक्षा उपकरण उतार टैंक में, गैस से हो गई मौत
परिजनों व अन्य मजदूरों का कहना है कि सेफ्टी टैंक की सफाई करने के दौरान फैक्ट्री मालिक की ओर से कोई सुरक्षा उपकरण उपलब्ध नहीं कराए गए थे। श्रमिक बिना सुरक्षा उपकरणों के टैंक में उतर गए। पुलिस ने शवों को पीबीएम अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिए हैं। घटना का पता चलने पर श्रमिकों के परिजन-रिश्तेदार एवं समाज के लोग ट्रोमा सेंटर में एकत्रित हो गए।