दो दोहितों ने नाना के पैरों पर बरसाई कुल्हाड़ी, 2 दिन इलाज के बाद कल मौत
जालोर , 9 जून। नाना ने एक साल पहले 50 लाख में जमीन बेची तो दो दोहिते मां का हक मांग रहे थे। इनकार करने पर गुस्साए दोहितों ने अपने 85 साल के नाना के दोनों पैरों पर कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ वार कर दिए। गंभीर हालत में बुजुर्ग को इलाज के लिए गुजरात ले जाया गया। जहां शनिवार को नाना की मौत हो गई। वारदात के बाद से आरोपी दोनों युवक फरार हैं।
बागोड़ा थाना इंचार्ज अरुण कुमार ने बताया- थाना इलाके के नांदिया गांव में पीराराम वागरी (85) पुत्र थानाराम परिवार के साथ रहता था। उसके बेटे पास ही अलग मकान बनाकर रह रहे थे। एक साल पहले पीराराम ने 50 लाख रुपए में जमीन बेची थी।
जमीन बेचने से मिली रकम पर पीराराम की बहन पारूदेवी पत्नी रूपाराम के बेटे धनाराम (27) और दिनेश (25) हक जता रहे थे। कई बार वे पीराराम से मां का हिस्सा मांग चुके थे। लेकिन पीराराम ने बेटी का हक देने से इनकार कर दिया था। दोनों दोहिते रामसीन थाना इलाके के जोडवाड़ा गांव में रह रहे थे।
6 जून की शाम धनाराम और दिनेश अपने ननिहाल नांदिया पहुंचे और पीराराम से पैसों को लेकर बात करने लगे। इसी को लेकर दोनों की नाना से बहस हो गई।
पीराराम के बेटे सुरेश ने बताया- जमीन बेचान की रकम पर दोनों भांजे धनाराम और दिनेश पिछले एक साल से दावा जता रहे थे। वे आए दिन पिता से बहस करते थे। 6 जून को जब पिता ने रकम में हिस्सा देने से साफ इनकार कर दिया तो रात 11.30 बजे दोनों भांजों ने वहीं पड़ी कुल्हाड़ी उठाई और पिता पर ताबड़तोड़ वार कर दिए।
वारदात के बाद दोनों फरार हो गए। चीख पुकार सुन मौके पर पहुंचे तो पिता लहूलुहान थे। दोनों पैरों के निचले हिस्से, पंजे के आस-पास कुल्हाड़ी के कई कट लगे हुए थे। पिता को बागोड़ा हॉस्पिटल ले गए। जहां से इलाज के लिए अहमदाबाद (गुजरात) दो दिन बाद 8 जून को पिता की मौत हो गई।
शव को बागोड़ा हॉस्पिटल लेकर आए जहां पोस्टमॉर्टम के बाद शव सौंप दिया गया।
पीराराम के बेटे सुरेश ने शनिवार देर रात बागोड़ा थाने में दोनों आरोपियों धनाराम और दिनेश के खिलाफ मर्डर का मामला दर्ज कराया है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है। पीराराम का परिवार नांदिया गांव में खेती-बाड़ी करता है। जबकि दोनों आरोपी मजदूरी करते हैं।
सरपंच बोले- जमीन बेचकर 50 लाख रुपए मिले थे
नांदिया सरपंच हिंगलाज दान चारण ने बताया- पीराराम को जमीन बेचने से 50 लाख रुपए मिले थे। इसमें दोहिते भी अपना हक मांग रहे थे। पीराराम की बेटी पारूदेवी की शादी 35 साल पहले रामसीन थाना क्षेत्र के जोड़वाड़ा निवासी रूपाराम से हुई थी। रूपाराम पारूदेवी से मारपीट करता था।
पारू के पिता पीराराम ने 15 साल पहले बेटी को अपने घर (पीहर) बुला लिया था। पारू अपने पिता के साथ खेत पर रहती थी। पारू के दोनों बेटे धनाराम व दिनेश पिता रूपाराम के साथ रहे। दोनों को लगता था कि नाना ने माता-पिता को अलग कर दिया। मां और मां के हक की रकम के लिए वे अक्सर विवाद करते रहते थे।