भगवान पार्श्वनाथ के जन्म कल्याणक पर पूजा व नृत्य नाटिका, दीक्षा कल्याणक का वरघोड़ा शनिवार को होगा

बीकानेर 28 जून। जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ के आचार्य जिन पीयूष सागर सूरीश्वरजी व साध्वीवृंद के सान्निध्य में शुक्रवार को शिवबाड़ी के श्री गंगेश्वर पार्श्वनाथ मंदिर अंजनशलाका व प्रतिष्ठा महोत्सव में भगवान का जन्म कल्याणक मंत्रोच्चारण पूजा व ’’मेरे रोम-रोम में समाया पारस नाथ रे…, मेरे श्वासों में समाया पार्श्वनाथ रे’’ आदि भक्ति गीतों के साथ मनाया गया।

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श्री सुगनजी महाराज का उपासरा ट्रस्ट के अध्यक्ष राय सिंह खजांची ने बताया कि भगवान पार्श्वनाथ के जन्म, नामकरण, शिक्षा व विवाह प्रसंग पर आधारित नृत्य नाटिका प्रस्तुत की गई। नृत्य नाटिका में भगवान का राज दरबार मंच पर स्थापित किया गया। विभिन्न परिवारों के साथ जिनेश्वर युवक परिषद, ज्ञान वाटिका के बच्चों सहित करीब 100 ये अधिक कलाकारों ने पात्रता निभाई। महोत्सव के तहत शनिवार सुबह आठ बजे भगवान पार्श्वनाथ के दीक्षा कल्याणक पर वरघोड़ा (शोभायात्रा) निकलेगी।

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श्री जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ, श्री सुगनजी महाराज का उपासरा ट्रस्ट, श्री पार्श्वनाथ जिन मंदिर जीर्णोंद्धार समिति व अंजनशलाका प्रतिष्ठा महोत्सव समिति व जिनेश्वर युवक परिषद के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित पांच दिवसीय महोत्सव में परमात्मा का जन्म कल्याणक, अभिषेक सहित विभिन्न की पूजाएं सुप्रसिद्ध विधिकारक शासन रत्न बाबूलाल मनोजकुमार हरण की टीम ने करवाई। आचार्यश्री, मुनिवृंद व साध्वीवृंद ने भी मंत्रोच्चारण किया तथा भक्ति गीत प्रस्तुत किए।

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श्री जिनेश्वर युवक परिषद के संरक्षक गणेश बोथरा, उपाध्यक्ष विनीत नाहटा ने बताया कि शनिवार को अंजनश्री पार्श्वनाथ का जन्म कल्याणक उजवणी, 56 दिक्कुमारी का महोत्सव, मेरुपर्वत पर 250 अभिषेक, 18 अभिषेक, दोपहर जन्म बधाई, नामकरण, पाठशाला गमन, मायरा, लग्न, राज्याभिषेक, 9 लोकांतिक देवों द्वारा विनती,गांव सांक्षी व मेहंदी वितरण, गणधर श्री गौतम स्वामी, दादा गुरुदेव, ध्वज दंड, सुवर्ण कलश अभिषेक, प्रासाद (शिखर), मंगल मूर्ति मूर्तियों का अभिषेक भक्ति संगीत के साथ किया गया।

जिनेश्वर युवक परिषद के संरक्षक नरेन्द्र मनु मुसरफ ने बताया कि भगवान पार्श्वनाथ का ज्ञान स्थान वाराणसी होने के करण मंदिर के सामने नीलकंठ परिसर के तदर्थ रूप में वाराणसी नगर सत्संग पांडाल नामकरण किया गया। पांडाल में आचार्यश्री मुनि व साध्वीवृंद के सान्निध्य में नृत्य नाटिका का मंचन भक्ति गीतों व नृत्यों के साथ किया गया। परमात्मा के जन्म का उत्सव धूमधाम से भक्ति भाव से मनाया गया।

कलाकारों व महिलाओं ने उनके जन्म, लगन व राज्याभिषेक आदि के प्रसंगों पर पारम्परिक गीत प्रस्तुत किए। गुरुवार व शुक्रवार को नृत्य नाटिका के साथ भक्ति संगीत संध्या आयोजित की गई। शनिवार को शाम को आंगी रोशनी एवं प्रभु भक्ति, बाल युवा मंच उज्जैन की ओर से नाट्य प्रस्तुति दी जाएगी।

जलयात्रा व परमात्मा के दीक्षा कल्याणक का वरघोड़ा शनिवार को

जिनेश्वर युवक परिषद के अध्यक्ष संदीप मुसरफ व मंत्री मनीष नाहटा के अनुसार श्री गंगेश्वर पार्श्वनाथ मंदिर अंजनशलाका व प्रतिष्ठा महोत्सव के तीसरे दिन शनिवार को सुबह देवी-देव पूजन, हवन, परिकर विधान, चैत्य प्रतिष्ठा, जल यात्रा, दीक्षा कल्याणक का वरघोड़ा (शोभायात्रा) एवं प्रतिष्ठा संबंधी चढ़ावे, मध्य रात्रि में अधिवास, अंजनशलाका, केवलज्ञान, निर्वाण कल्याणक सह अंजन आदि के आयोजन होंगे। श्री नाकोड़ा भैरव मंडल की ओर से श्री नाकोड़ा पार्श्व भैरव महापूजन दोपहर को होगा।

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