कहां खड़ी है नोटों की दीवार, यहां पानी की तरह बरसता है पैसा, खजाना होश उड़ा देगा
चित्तौडग़ढ़, 1दिसम्बर। श्रीसांवलियाजी स्थित सांवरा सेठ के मंदिर में अमावस्या से पहले भंडार की गिनती शनिवार से शुरू की गई। गत माह गिनती नहीं हो पाई थी। ऐसे में दो माह के भंडार की गिनती शुरू हुई। पहले ही दिन इतना खजाना दानपेटी से निकला की देखने वालों के होश ही उड़ गए। गिनने के लिए नोटों की मशीन आई हुई है। यह दानराशि 11 करोड़ रुपए को पार कर गई।
जब खडी़ हो गई 500-500 नोटों की दीवार
शनिवार को 11 करोड़ 34 लाख 75 हजार रुपए की गणना हुई। पहले दिन प्राप्त राशि में सभी 500-500 के नोट हैं। शेष राशि की गणना सोमवार को ही जाएगी। बता दें, श्रीसांवलियाजी के भंडार में हर माह करोड़ों रुपए की दानराशि आती है। इसके साथ ही सोना-चांदी भी आता है।
सांवलिया सेठ को इसलिए भक्त चढ़ाते हैं इतना पैसा
दरअसल, भक्तों का ऐसा मानना है कि जो कोई भी भक्त चित्तौड़गढ़ जिले में प्रसिद्ध कृष्ण धाम श्री सांवलिया सेठ जितना सोना-पैसा या अन्य वस्तुओं दान करेगा, उसे भगवान चार गुना करके उसे लौटाएंगे। हलांकि कई भक्तों का कहना है कि सांवलिया सेठ ऐसा ही करते हैं।
वह सेठों के सेठ हैं, उनके यहां आने पर हर मुराद पूरी होती है। बता दें कि सांवलिया सेठ मंदिर में आने वाला यह दान देश ही नहीं विदेश से भी आता है। उनकी दानपेटियों में अकूत खजाना निकलता है। एक महीने में करोड़ों रुपए और कई किलो जेवरात निकलते हैं।