मैं रहूं या न रहूं भारत रहना चाहिए… खालिस्तानियों से नहीं डरा भारत का सपूत, जानें किसने बचाई तिरंगे की लाज
खालिस्तान समर्थक आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद से बौखलाए हुए हैं। लंदन में भी खालिस्तान समर्थकों ने भारतीय ध्वज का अपमान करने वाला हर काम किया। दो अक्टूबर को खालिस्तान समर्थकों ने इसके ऊपर गोमूत्र डाला था। लेकिन एक भारतीय ने तिरंगे को वहां से हटाया।
सत्यम सुराणा ने कमाल किया सत्यम को सो सो सलाम
I am so motivated by you words @karanatLSE ❤️ Always there for my ??. You can take me out of Bharat but not Bharat out of me! When I picked up our तिरंगा there, the only thing in my mind was मैं रहूँ या ना रहूँ भारत ये रहना चाहिए! #London #indiantricolour https://t.co/kJUZn737E9 — Satyam Surana (@SatyamSurana) October 4, 2023 “>
इस युवक का नाम सत्यम सुराणा है। एक वीडियो सामने आया है, जिसमें खालिस्तान समर्थक तिरंगे पर गोमूत्र डाल रहे हैं। बाद में यूके का एक पुलिसकर्मी इस पर खड़ा हो गया। यह अनजाने में हुआ या उसने जानबूझ कर किया, इसकी जानकारी नहीं है। लेकिन सत्यम उसके पीछे से आए और पुलिसकर्मी को हटा कर झंडा उठा लिया। इस वीडियो को करन कटारिया नाम के एक यूजर ने ट्वीट किया, जिसमें उसने लिखा, ‘मेरे लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के जूनियर ने गर्व से भारतीय उच्चायोग के बाहर भारतीय तिरंगे को उठाया। जुनून और अहिंसा के साथ उग्रवाद से लड़े। ऐसी कौन सी बाधा है जिसे प्रेम तोड़ नहीं सकता ?’
मां-बेटे का प्रेम
करन के वीडियो को रीट्वीट करते हुए सत्यम ने लिखा, ‘मैं आपके शब्दों से बहुत प्रेरित हूं। मैं हमेशा भारत के लिए मौजूद। आप मुझे भारत से निकाल सकते हैं लेकिन भारत को मुझसे नहीं! जब मैंने वहां अपना झंडा उठाया तो मेरे मन में एक ही बात थी कि मैं रहूँ या ना रहूँ भारत ये रहना चाहिए!’ उन्होंने आगे लिखा ‘ऐसी कोई बाधा नहीं है जो एक बेटे को उसकी मां को प्रेम करने से रोक सके। भारत माता का सपूत।’ अब यह वीडियो तेजी से शेयर हो रहा है। इनसाइट यूके नाम के ट्विटर अकाउंट ने लिखा, ‘घर से दूर, लेकिन उनका दिल अपनी मातृभूमि भारत के लिए गर्व से भरा हुआ है। लंदन में भारतीय उच्चायोग के सामने तिरंगे का सम्मान सभी भारतीयों के लिए एक बेहतरीन उदाहरण है। ब्रिटिश भारतीय आपको सलाम।’
कौन हैं सत्यम सुराणा
सत्यम ने कहा, ‘जैसा स्वर्गीय सुषमा स्वराज जी कहती थीं कि विदेश मंत्रालाय मंगल पर भी आपकी मदद करेगा। मैं कहता हूं कि एक असली भारतीय भारत और उसके दूतावासों के लिए खड़ा रहेगा।’ सत्यम पुणे के रहने वाले एक वकील हैं। फिलहाल वह लंदन में एलएलएम की पढ़ाई कर रहे हैं। ट्विटर अकाउंट पर वह अपने आपको एक राष्ट्रवादी बताते हैं। 2 अक्टूबर को हुए प्रदर्शन में परमजीत सिंह पम्मा भी उपस्थित था, जो एनआईए की मोस्ट वांटेड सूची में है।