विश्व पर्यावरण स्वास्थ्य दिवस
विभिन्न मुद्दों को लेकर आईआईटीएम, एनटीपीसी एवं आरएसपीसीबी के मध्य साइन होंगे एमओयू – एन्वॉयरन्मेंटल ऑडिट स्कीम, मर्जर ऑफ़ कंसेंट स्कीम के साथ एन्ड ऑफ़ लाइफ व्हीकल के एफएक्यू किये जायेंगे जारी
जयपुर, 25 सितंबर। प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी 26 सितंबर को मानव स्वास्थ्य पर पर्यावरणीय स्वास्थ्य के प्रभाव एवं सम्बन्ध को समझने, जागरूक करने एवं पर्यावरण के साथ मानवीय संबंधों को मजबूत करने के उद्देश्य से विश्व पर्यावरण स्वास्थ्य दिवस मनाया जायेगा। इस दिन को विशेष महत्व देते हुए राजस्थान राज्य प्रदूषण मंडल द्वारा होटल मैरियट में प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अध्यक्ष श्री शिखर अग्रवाल की अध्यक्षता में कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा।
कार्यक्रम के तहत वायु गुणवत्ता के लिए अर्ली वार्निंग सिस्टम तैयार करने के लिए आईआईएमटी, पुणे एवं आरएसपीसीबी के मध्य एमओयू पर हस्ताक्षर साझा किये जायेंगे। वही राज्य में वायु गुणवत्ता पर निगरानी रखने के लिए 15 नए सीएएक्यूएमएस स्टेशन स्थापित करने के लिए एनटीपीसी एवं आरएसपीसीबी के मध्य एमओयू हस्ताक्षर किये जायेंगे। इसी के साथ एन्वॉयरन्मेंटल ऑडिट स्कीम,मर्जर ऑफ़ कंसेंट स्कीम, इंटीग्रेटेड रिसोर्स रिकवरी पार्क की विवरणिका, एन्ड ऑफ़ लाइफ व्हीकल से सम्बंधित एफएक्यू, ईज ऑफ़ डूइंग बिसनेस के क्षेत्र में आरएसपीसीबी द्वारा किये गए प्रयासों पर केंद्रित न्यूज़लेटर का विशेष संस्करण आदि जारी किये जायेंगे।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2011 में इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ एनवायर्नमेंटल हेल्थ (IFEH) द्वारा विश्व पर्यावरण स्वास्थ्य दिवस 26 सितंबर को मनाया जाना तय किया गया था। ताकि पर्यावरणीय स्वास्थ्य के माध्यम से मानव स्वास्थ्य को बढ़ावा दिया जा सके. पर्यावरण स्वास्थ्य से यहाँ आशय है कि किसी विशेष क्षेत्र की भौतिक, रासायनिक, जैविक और सांस्कृतिक स्थिति से है। खराब वायु गुणवत्ता, पारिस्थितिक विविधता का नुकसान, रासायनिक असंतुलन आदि जैसे पहलू किसी क्षेत्र के पर्यावरणीय स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं। ऐसे में पर्यावरण स्वास्थ्य की उचित देखभाल से ही मानव स्वास्थ्य की देखभाल संभव हो सकेगी।