जायका का सफर- स्वाद और सृजन का अद्भुत संगम


बीकानेर, 30 जून। तेरापंथ महिला मंडल बीकानेर द्वारा आयोजित “जायका का सफर” नामक विशेष पाक प्रतियोगिता सोमवार को तुलसी साधना केंद्र में हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुई। यह आयोजन स्वाद, नवाचार और सामूहिकता का जीवंत उत्सव बनकर उभरा, जिसमें महिला मंडल की सदस्यों ने अपनी पाक-कला के साथ-साथ रचनात्मकता और टीम वर्क का भी परिचय दिया। कार्यक्रम की शुरुआत मंडल की अध्यक्षा दीपिका बोथरा के प्रेरक उद्बोधन से हुई। उन्होंने प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करते हुए प्रतियोगिता की मूल भावना – सीखना, साझा करना और सशक्त बनना – को रेखांकित किया।




प्रतियोगिता में सदस्य विभिन्न समूहों में बंटकर शामिल हुईं, जहाँ प्रत्येक समूह ने पौष्टिक, स्वादिष्ट और सजावटी व्यंजनों के माध्यम से अपनी कला का परिचय दिया। व्यंजनों की प्रस्तुति, स्वाद और मौलिकता के आधार पर मूल्यांकन किया गया। निर्णायक के रूप में आमंत्रित मीनाक्षी तंवर, सहायक आचार्य, राजकीय कन्या महाविद्यालय मुरलीधर व्यास नगर, ने आयोजन की मुक्त कंठ से सराहना करते हुए कहा, “ऐसी प्रतियोगिता में निर्णय लेना सबसे कठिन होता है, क्योंकि हर प्रस्तुति श्रेष्ठ थी।”


मंडल की मंत्री रेणु बोथरा ने प्रतियोगिता को महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक सशक्त पहल बताया और कहा कि “जब महिलाएं एकजुट होती हैं, तब कुछ भी असंभव नहीं रहता।” कार्यक्रम संयोजिका शांता भूरा ने बताया कि “जायका का सफर सिर्फ स्वाद का नहीं, सृजन और समर्पण का भी उत्सव है। इस अवसर पर आगम प्रतियोगिता, निबंध लेखन और काव्य प्रतियोगिता के विजेताओं को भी सम्मानित किया गया। साथ ही प्रतिभागियों के मनोरंजन हेतु आकर्षक गेम्स भी रखे गए। मंजू नौलखा द्वारा आयोजित कार्यशाला ने कार्यक्रम को और भी रोचक बनाया। अंत में साध्वीश्रीजी के मंगल पाठ के साथ कार्यक्रम का शुभ समापन हुआ।
“जायका का सफर” न केवल एक प्रतियोगिता थी, बल्कि यह महिला मंडल की एक ऐसी रचनात्मक पहल बन गई, जिसने सहयोग, सौहार्द और स्वाद का सुंदर संगम प्रस्तुत किया।