शायर वली गौरी को कमला रंगा सृजन सम्मान अर्पित हुआ
बीकानेर, 6 मई। प्रज्ञालय संस्थान एवं श्रीमती कमला देवी लक्ष्मीनारायण रंगा ट्रस्ट द्वारा अपनी साहित्यिक एवं रचनात्मक गतिविधियांे के तहत पूर्व की भांति वर्ष 2024 का श्रीमती कमला रंगा सृजन सम्मान उर्दू के वरिष्ठ शायर वली मोहम्मद गौरी को नालन्दा सृजन सदन में एक भव्य समारोह के तहत अर्पित किया गया।
श्रीमती कमला रंगा सृजन सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि वरिष्ठ शायर एवं उर्दू भाषा के विद्वान जाकिर अदीब ने कहा कि प्रतिभाओं का सम्मान करना समाज का दायित्व है। वहीं सम्मानित होने वाली प्रतिभा पर यह दायित्व भी बनता है कि वह अपनी साहित्यिक और सृजनात्मक यात्रा को और ऊंचाइयों तक ले जाए। जाकिर अदीब ने आगे कहा कि शायर वली गौरी को शायरी विरासत में मिली है। जिसे वह समृद्ध कर रहे है। साथ ही उन्हांेने सभी साहित्यकारों से यह बात साझा करते हुए कहा कि रचनाकार को अपना स्वयं आलोचक बन और रचना को स्तरीय बनाकर ही पुस्तक आकार में लाना चाहिए।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए भारत सरकार की संस्थान केन्द्रीय साहित्य अकादेमी नई दिल्ली के मुख्य राष्ट्रीय पुरस्कार एवं अनुवाद पुरस्कार से पुस्कृत वरिष्ठ साहित्यकार कमल रंगा ने कहा कि शायर वली गौरी की शायरी के कई रंग हैं। उन्होेने अपनी शायरी में कई प्रयोग करते हुए उर्दू अदब की सेवाएं तो की है, साथ ही उन्होंने युवा पीढी को भी संस्कारित करने में अपनी सेवाएं दी है। जो उल्लेखनीय है। रंगा ने आगे कहा कि उर्दू शायरी के साथ-साथ वे हिन्दी और राजस्थानी में भी समानान्तर सृजनरत रहने वाले मेरी नजर में कासिम बीकानेरी के बाद में दूसरे शायर है। शायर वली गौरी बतौर समाज सेवी भी अपनी भूमिका का निवर्हन कर रहे है।
प्रारंभ में सभी का स्वागत हास्य व्यंग्य कवि बाबूलाल छंगाणी ने किया तो वहीं आयोजक संस्थाओं की ओर से वरिष्ठ शिक्षाविद् राजेश रंगा ने सम्मान समारोह की महत्ता एवं भावी कार्यक्रमों की रूपरेखा साझा की।
सम्मानित प्रतिभा शायर वली के व्यक्तित्व और कृतित्व पर अपनी बात रखते हुए वरिष्ठ शायर कासिम बीकानेरी ने उनकी विभिन्न क्षेत्रों में दी जा रही रचनात्मक भूमिकाओं का उल्लेख किया और उन्हें उर्दू शायरी का बेहतरीन शायर बताया।
वरिष्ठ शायर वली गौरी को अर्पित सम्मान-पत्र का वाचन वरिष्ठ कवि जुगल किशोर पुरोहित ने किया। समारोह में अतिथियों ने वली गौरी का सम्मान करते हुए उन्हें शॉल, सम्मान-पत्र, माला आदि अर्पित करते हुए समादृत किया।
इस अवसर पर अपने सम्मान के प्रति उत्तर में बोलते हुए वरिष्ठ शायर गौरी ने कहा कि मैं श्रीमती कमला रंगा सृजन सम्मान स्वीकार करते हुए गर्व की अनुभूति कर रहा हूं। यह सम्मान मेरे लिए एक प्रोत्साहन तो है ही साथ ही साहित्यिक चुनौती भी है। जिसे मैं स्वीकार करूंगा। वली ने आगे कहा कि मैं व्यक्तिगत रूप से दोनों संस्थाओं का आभार व्यक्त करता हूं।
इस अवसर पर नवोदित युवा कवि आनंद सोनी ने वली गौरी के सम्मान में रचित काव्य रचना का वाचन किया। समारोह में गिरिराज पारीक, शिव प्रसाद शर्मा, अब्दुल शकूर बीकाणवी, कासिम बीकानेरी, जुगल पुरोहित, भवानी सिंह, कृष्णचंद पुरोहित, अशोक शर्मा, आशीष रंगा, हरिनारायण आचार्य, नवनीत व्यास, घनश्याम ओझा, वासु सहित उपस्थित सहभागियों ने वली गौरी को माला अर्पित कर सम्मान किया।
सम्मान समारोह का सफल संचालन युवा कवि गिरिराज पारीक ने किया एवं सभी का आभार इतिहासविद् डॉ. फारूक चौहान ने ज्ञापित किया।