Paris Olympics 2024: मनु भाकर-सरबजोत सिंह ने जीता ब्रॉन्ज, भारत ने हॉकी में किया कमाल, जानें भारत ने चौथे दिन क्या-क्या किया

पेरिस , 31 जुलाई। युवा निशानेबाज मनु भाकर ने मंगलवार को यहां स्वतंत्रता के बाद एक ही ओलिंपिक में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय बनकर इतिहास रच दिया जिन्होंने सरबजोत सिंह के साथ मिलकर भारत को पेरिस खेलों में दूसरा कांस्य पदक दिलाया।

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भारतीय हॉकी टीम ने भी अजेय अभियान जारी रखा तथा बैडमिंटन में सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी अपने ग्रुप में शीर्ष पर रही। पर मुक्केबाजी में देश को निराशा हाथ लगी जबकि तीरंदाजों का दिन मिला जुला रहा।

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भारत की शीर्ष निशानेबाज मनु भाकर और उनके जोड़ीदार सरबजोत सिंह ने 2024 पेरिस ओलंपिक खेलों में देश को एक और कांस्य पदक दिलाया। इस जोड़ी ने मंगलवार को मिश्रित टीम 10 मीटर एयर पिस्टल मैच में वोनहो ली और जिन ये ओहिन की कोरियाई जोड़ी को हराकर भारत के पदकों की संख्या में इजाफा किया। इस प्रक्रिया में, मनु ने भारत के ओलंपिक इतिहास में पहली बार ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की, 1947 में स्वतंत्रता के बाद से एक ही स्पर्धा में दो पदक जीतने वाली देश की एकमात्र एथलीट बन गईं। मनु ने इससे पहले महिलाओं की व्यक्तिगत 10 मीटर एयर पिस्टल फाइनल में कांस्य पदक जीता था।

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124 साल में पहली बार: मनु भाकर ने दूसरा कांस्य पदक जीतकर भारत के लिए ओलंपिक इतिहास रचामनु भाकर और सरबजोत सिंह ने मिश्रित टीम 10 मीटर एयर पिस्टल फाइनल में कांस्य पदक जीता।

भारत की शीर्ष निशानेबाज मनु भाकर और उनके जोड़ीदार सरबजोत सिंह ने 2024 पेरिस ओलंपिक खेलों में देश को एक और कांस्य पदक दिलाया। मंगलवार को मिक्स्ड टीम 10 मीटर एयर पिस्टल मैच में इस जोड़ी ने कोरियाई जोड़ी वोनहो ली और जिन ये ओहिन को हराया, जिससे भारत के पदकों की संख्या में इज़ाफा हुआ। इस प्रक्रिया में,मनु ने भारत के ओलंपिक इतिहास में पहली बार ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की, 1947 में स्वतंत्रता के बाद से एक ही स्पर्धा में दो पदक जीतने वाली देश की एकमात्र एथलीट बन गईं। मनु ने इससे पहले महिलाओं की व्यक्तिगत 10 मीटर एयर पिस्टल फ़ाइनल में कांस्य पदक जीता था।

भाकर ने अपना पहला ओलंपिक पदक जीता था जब उन्होंने महिलाओं की व्यक्तिगत 10 मीटर एयर पिस्टल फ़ाइनल में कांस्य पदक जीता था। उन्होंने अपने व्यक्तिगत पदकों की संख्या को दोगुना किया और इस प्रक्रिया में भारत के पदकों की संख्या को भी दो तक पहुँचाया।


124 साल में पहली बार: मनु भाकर ने दूसरा कांस्य पदक जीतकर भारत के लिए ओलंपिक इतिहास रचा।

यह पहली बार भी था जब भारत पेरिस ओलंपिक खेलों में टीम स्पर्धा में पदक जीतने में सफल रहा, उसने कांस्य पदक मैच में कोरियाई लोगों को 16-10 से हराकर ऐसा किया।

एक ही ओलंपिक अभियान में दो पदक जीतने वाले एकमात्र भारतीय एथलीट नॉर्मन प्रिचर्ड हैं, जिन्होंने 1900 के खेलों के दौरान एथलेटिक्स में दो रजत पदक जीते थे, जब भारत ब्रिटिश शासन के अधीन था। प्रिचर्ड के बाद, कोई भी भारतीय एथलीट एक ही अभियान में दो पदक जीतने में कामयाब नहीं हुआ है।

कुछ भारतीय एथलीट ऐसे हैं जिन्होंने अपने करियर में ओलंपिक खेलों में संचयी रूप से दो पदक जीते हैं। वे हैं सुशील कुमार (कुश्ती) और पीवी सिंधु (बैडमिंटन)।

लंदन 2012 में रजत पदक जीतने से पहले सुशील ने बीजिंग 2008 खेलों में कांस्य पदक जीता था। इस प्रक्रिया में, वह दो अलग-अलग अभियानों में, स्वतंत्रता के बाद कई ओलंपिक पदक जीतने वाले भारत के पहले व्यक्तिगत एथलीट बन गए।

शटलर सिंधु ने फाइनल में स्पेन की कैरोलिना मारिन से हारने के बाद रियो ओलंपिक में रजत पदक जीता। यह पहली बार था जब भारत ने ओलंपिक बैडमिंटन में रजत पदक जीता था। सिंधू ने बाद में टोक्यो 2020 में कांस्य पदक जीता। सिंधु ओलंपिक खेलों में एक से अधिक पदक जीतने वाली भारत की एकमात्र महिला एथलीट हैं, हालांकि दो अलग-अलग संस्करणों में।

वहीं भारतीय ट्रैप निशानेबाजी में प्रदर्शन निराशाजनक रहा जिसमें पृथ्वीराज तोंडइमन क्वालीफिकेशन में 21वें स्थान पर रहे जबकि महिला वर्ग में राजेश्वरी कुमारी और श्रेयसी सिंह पहले दिन क्वालीफिकेशन के तीन राउंड के बाद 21वें स्थान पर रहीं जबकि श्रेयसी 22वें स्थान पर रहीं। दोनों बुधवार को क्वालीफिकेशन के दो और राउंड खेलेंगी।

हरमनप्रीत के दो गोल से भारतीय हॉकी टीम जीती

कप्तान हरमनप्रीत सिंह के दो गोल और गोलकीपर पी आर श्रीजेश के शानदार प्रदर्शन की मदद से भारतीय पुरूष हॉकी टीम ने आयरलैंड पर 2-0 से जीत हासिल की। कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने 11वें मिनट में पेनल्टी स्ट्रोक पर पहला और 19वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर दूसरा गोल किया।

पहले मैच में न्यूजीलैंड पर 3 -2 से मिली जीत में हरमनप्रीत ने 59वें मिनट में पेनल्टी स्ट्रोक पर विजयी गोल दागा था । वहीं रियो ओलिंपिक चैम्पियन अर्जेंटीना के खिलाफ सोमवार को 59वें मिनट में ही उन्होंने पेनल्टी कॉर्नर तब्दील करके भारत को हार से बचाते हुए मैच 1 . 1 से ड्रॉ कराया था। भारत अब दो अगस्त को आस्ट्रेलिया से भिड़ेगा।

रंकीरेड्डी और शेट्टी की जोड़ी ग्रुप सी में शीर्ष पर
एशियाई खेलों की चैंपियन और पदक की दावेदार रंकीरेड्डी और शेट्टी की भारतीय जोड़ी ने पेरिस ओलिंपिक की बैडमिंटन पुरुष युगल स्पर्धा में मुहम्मद रियान अर्दियांतो और फजर अल्फियान की इंडोनेशिया की जोड़ी को सीधे गेम में हराकर ग्रुप सी में शीर्ष स्थान हासिल किया जबकि अश्विनी पोनप्पा और तनीषा क्रास्टो का महिला युगल में अभियान लगातार तीसरी हार के साथ खत्म हुआ।

दुनिया की पांचवें नंबर की सात्विक और चिराग की भारतीय जोड़ी ने अर्दियांतो और अल्फियान की दुनिया की सातवें नंबर की जोड़ी को 40 मिनट में 21-13, 21-13 से हराया। ये दोनों जोड़ियां पहले ही अंतिम आठ में जगह बना चुकीं थी और इस मुकाबले से ग्रुप में शीर्ष पर रहने वाली टीम का फैसला हुआ। भारतीय जोड़ी ने ग्रुप में अपने सभी मैच जीते। अश्विनी और तनीषा की दुनिया की 18वें नंबर की जोड़ी को मापुसा और यू की दुनिया की 26वें नंबर की जोड़ी के खिलाफ 38 म

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