एमजीएसयू में अब सरकारी आयोजनों में प्लास्टिक की सामग्री का उपयोग नहीं होगा
- एमजीएसयू का विद्यार्थी हित में ऐतिहासिक निर्णय: पुष्पगुच्छ एवं प्रतीक चिन्ह के स्थान पर भेंट कर सकेंगे पुस्तकें
बीकानेर , 4 अक्टूबर। एमजीएसयू बीकानेर द्वारा कुलपति महोदय से शिष्टाचार भेंट एवं कार्यक्रमों समारोहों में कुलगुरु को पुष्पगुच्छ एवं प्रतीक चिन्ह के स्थान पर पाठ्यक्रम संबंधी या शिक्षकों द्वारा स्वलिखित पुस्तकें भेंट की जा सकेंगी जिनका उपयोग विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों में जरूरतमंद विद्यार्थियों को अध्ययन हेतु किया जाएगा।
कुलपति सचिवालय से जारी दिशा-निर्देशिका में कुलगुरु आचार्य मनोज दीक्षित की महत्वपूर्ण पहल से विद्यार्थियों में अध्ययन रूचि एवं अधिक से अधिक पाठ्यक्रम संबंधी अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया है। इस हेतु विश्वविद्यालय के केन्द्रीय पुस्तकालय में बुक बैंक बनाकर कुलगुरु को सम्मान स्वरूप प्राप्त होने वाली पुस्तकें ज़रूरतमंद विद्यार्थियों को अध्ययन हेतु निःशुल्क उपलब्ध करवाई जाएंगी।
इसके साथ साथ कुलगुरु ने निर्देशिका में विश्वविद्यालय में होने वाले समस्त सरकारी आयोजनों, समारोहों, कार्यक्रमों में प्लास्टिक पर पूर्णतः रोक लगा दी है। कार्यक्रमों में आयोजकों से पानी की प्लास्टिक बोलत का उपयोग नही करने के दिशा निर्देश प्रदान कर उसके स्थान पर तांबे के थर्मस, बर्तन, लोटे , जग आदि के उपयोग हेतु निर्देशित किया गया है।
कुलगुरु आचार्य मनोज दीक्षितने कहा कि मोबाइल क्रांति के युग में विद्यार्थियों द्वारा पुस्तकें पढ़ना कम होता जा रहा है जो चिंता का विषय है। समर्थ विद्यार्थियों को पुस्तकों का महत्व समझाने व ज़रूरतमंद विद्यार्थियों के अध्ययन में सहयोग हेतु विश्वविद्यालय द्वारा यह कदम उठाया गया है।
डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर डॉ. मेघना शर्मा
नि:शुल्क पुस्तक भेंट के रूप में कमज़ोर आर्थिक स्थिति वाले व ज़रूरतमन्द विद्यार्थियों की मदद और सामाजिक सरोकार की दिशा में यह अपनेआप में एक अनूठी पहल है, कुलगुरु दीक्षित के इस निर्णय से विद्यार्थियों ने प्रसन्नता अभिव्यक्त करते हुए उनका आभार प्रदर्शित किया है।