कांग्रेस सांसद धीरज साहू ने तोड़ी चुप्पी, किया खुलासा-रेड में जब्त हुए 353 करोड़ रुपये किसके हैं?
- इनकम टैक्स ने ओडिशा और झारखंड के धीरज साहू से जुड़े ठिकानों पर रेड करके 353.5 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की है। जब्ती की यह कार्रवाई 6 दिसंबर से की जा रही थी। यह देश में हुई अबतक की सबसे बड़ी रिकवरी थी।
- कहा-जब्त नकदी न तो कांग्रेस की है और न ही किसी अन्य राजनीतिक दल
- सभी कंपनियां हैं उनके रिश्तेदारों की
Dhiraj Sahu news: भुवनेश्वर , 17 दिसम्बर। कांग्रेस सांसद धीरज साहू ने अपने कैंपस में मिले 350 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी के बारे में खुलासा किया है। नोटों के विशाल भंडार के मिलने के दस दिनों बाद धीरज साहू ने चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने बताया कि कई सौ करोड़ रुपये की नकदी किसकी है। इनकम टैक्स ने ओडिशा और झारखंड के धीरज साहू से जुड़े ठिकानों पर रेड करके 353.5 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की है। जब्ती की यह कार्रवाई 6 दिसंबर से की जा रही थी। यह देश में हुई अबतक की सबसे बड़ी रिकवरी थी।
धीरज साहू ने कहा कि इनकम टैक्स द्वारा जब्त किया गया धन बिजनेस का है। यह बिजनेस उनका परिवार संभालता है। बरामद किया गया पैसा उनका नहीं है। यह धन कंपनियों का है। उन्होंने साफ किया कि जो भी धन बरामद किया गया है उसका संबंध न तो कांग्रेस से है न ही किसी राजनीतिक व्यक्ति या किसी राजनैतिक पार्टी से है।
35 साल से राजनीति में हूं, कोई दाग नहीं
साहू ने कहा कि वह लगभग 35 वर्षों से सक्रिय राजनीति में हैं। यह पहली बार है कि उन पर इस तरह का आरोप लगाया गया है। साहू ने कहा: मैं आहत हूं और मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि जो पैसा बरामद किया गया है वह मेरी कंपनी का है। हम 100 साल से अधिक समय से शराब के कारोबार में हैं। मैं राजनीति में शामिल हूं और मैंने कारोबार पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया। मेरा परिवार बिजनेस संभालता था। मैं समय-समय पर बस यही पूछता रहता था कि बिजनेस कैसा चल रहा है।
किसी भी जांच एजेंसी की सबसे बड़ी जब्ती
साहू के परिवार के स्वामित्व वाली कंपनी बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड और संबंधित संस्थाओं के खिलाफ आयकर की रेड 6 दिसंबर को शुरू हुई थी। यह रेड ओडिशा और झारखंड में की गई थी। रेड में भारी मात्रा में नकदी बरामद की गई। नोट गिनने की मशीनों से हुई गिनती के बाद साफ हुआ कि 353.5 करोड़ रुपये की नकदी मिली है। इनकम टैक्स ने दावा किया कि यह देश में किसी भी जांच एजेंसी द्वारा की गई अब तक की सबसे बड़ी जब्ती है।