श्रमनिष्ठा से व्यक्तित्व विकास की पूर्णता शिविर साहचर्य से ही संभव-डॉ. अरूणा आचार्य
बीकानेर , 22 दिसम्बर। स्थानीय बिनानी कन्या महाविद्यालय, बीकानेर में आज राष्ट्रीय सेवा योजना की तीनों इकाईयों के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित सात दिवसीय विशेष शिविर के चौथे दिन की शुरूआत रासेयो गीत व प्रेरणादायी गीतों के साथ हुई।
रासेयो प्रभारी डॉ. अनिता मोहे ने बताया कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में छात्राओं के लिए नवाचार हेतु सुश्री सपना रांकावत ने कैंडिल मैंकिग के तहत जेलवेक्स व हार्ड वेक्स से विभिन्न प्रकार की डेकोरेटिव कैंडिंल बनाने की प्रक्रिया बताते हुए उनके रचनात्क उपयोग की जानकारी दी। सुश्री रांकावत ने रेजिंग आर्ट के बारे में स्वयंसेविकाओं को समझाते हुए वेस्ट से बेस्ट बनाने का कौशल दिखाया। इसके तहत मार्बल के टुकड़ों, पत्थरों व मिट्टी से निर्माण की जानकारी दी तथा विभिन्न डेकोरेटिव परतों के बारे में जानकारी दी।
रासेयो के प्रभारी मुकेश बोहरा ने बताया कि कार्यक्रम के अगले चरण की मारूति सुजुकी ड्राइविंग स्कूल के दिनेश व उनकी टीम ने छात्राओं को सड़क सुरक्षा व उससे जुड़े यातायात नियमों की सैद्धान्तिक व विभिन्न विडि़यों के द्वारा क्रियात्मक जानकारी देते हुए कहा कि ‘एक सफल ड्राइवर वही है,जो ड्राइविंग नियमों का पालन करते हुए रोड़ नियमों का पालन करें साथ ही सड़कों पर मनुष्य पशु व अन्य वाहनों को ध्यान मे रखते हुए वाहन चलाना चाहिए। उन्होंने कहा कि ‘‘सुरक्षित यात्रा के लिए सावधानी पूर्वक ट्रेफिक नियमों का गंभीरतापूर्वक पालन करना चाहिए। क्योंकि जरा सी असावधानी भयंकर दुर्घटना का कारण बनने की स्थिति में क्षति व्यक्तिगत, सामाजिक व राष्ट्रीय स्तर पर होती है।
दिनेश ने छात्राओं को यातायात चिह्नों की जानकारी देते हुए छात्राओं का आहृान किया कि गाड़ी चलाते हुए सीट बेल्ट, हेलमेट पहनने के साथ-साथ यातायात नियमों का जिम्मेवार नागरिक के रूप में पालन करें।
रासेयो के कार्यक्रमों के अगले चरण की जानकारी रासेयो के प्रभारी डॉ. अशोक व्यास ने दी उन्होंने बताया कि वर्तमान में मानसिक सुदृढ़ता के साथ-साथ शारिरीक सुदृढ़ता भी आवश्यक अंग है। व्यक्तित्व विकास का पहला बिन्दु उसका प्रथम आकर्षण होता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए महाविद्यालय में ख्यातनाम ब्यूटीशियन आरती आचार्य को आमंत्रित किया गया। श्रीमती आचार्य ने छात्राओं को बदलते आर्थिक दौर में आत्मनिर्भर बनने का आहृान किया अपने 30 वर्षों के अनुभवों को छात्राओं के बीच साझा करते हुए कहा कि ‘‘स्वयं सेविकाओं को जीवन में अपनी रूचिगत कार्य करते हएु अपनी क्षमता का भरपूर प्रदर्शन करें।’’ उन्होंने छात्राओं से कहा कि सौन्दर्य निखार के लिए हमें कैमिकल युक्त सौंदर्य प्रसाधनों से बचते हुए प्राकृतिक तरीके से उपयोगी टिप्स प्रयोग में लेने चाहिए। जिससे अपने आप को सुन्दर आसानी से बनाया जा सकता है। इसी क्रम में उन्होंने कई विशिष्ट औषधियों की जानकारी दी जिससे शारीरिक एवं मानसिक सुन्दरता आसानी से बनायी जा सकती है।
कार्यक्रम के अगले चरण रासेयो के प्रभारी मुकेश बोहरा एवं व्याख्याता पल्लवी पुरोहित के दिशा -निर्देशन में गोद ली गयी बस्ती भाटों के बास के उत्तर क्षेत्र भैरव कुटिया में सफाई अभियान चलाया गया। जिसमें स्वयंसेविकाओं ने वहां के वन क्षेत्र में कंटिली झाडि़यों को किनारे करके वन के क्षेत्र में तैयार पेडों के चारों तरफ क्यारियों का निर्माण भी किया। इसी क्रम में छात्रा पूर्णिमा किराडू ने तैयार किये गये पेड़ों की देख-रेख की पूर्ण जिम्मेवारी का संकल्प लिया।
छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए महाविद्यालय प्राचार्या डॉ. अरूणा आचार्य ने छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि शिक्षा के जीवन में उच्च शिक्षित होकर केवल सफल करियर का निर्माण ही नहीं होता बल्कि रासेयो जैसे शिविरकालीन साहचर्य से छात्राओं में श्रमनिष्ठा से व्यक्तित्व विकास की पूर्णता उन्हें सहज ही प्राप्त हो जाती है जिससे वे समाज व राष्ट्र निर्माण में अपनी रचनात्मक भूमिका निभा सकती है।’’
कार्यक्रम का समापन रासेयो गीत हम होगे कामयाब से पूर्ण किया गया जिसमें स्वयंसेविकाओं ने सस्वर प्रस्तुति दी। संगीत में श्रीमती गंगासोनी एवं कैलाश पुरोहित ने हारमोनियम एवं तबले पर संगत की।
कार्यक्रम का संचालन कम्प्यूटर विभागाध्यक्ष राम कुमार व्यास ने किया।