सेवादास स्वामी के कविता संग्रह ’’अनुभव’ का लोकार्पण
राती-घाटी शोध एवं विकास समिति की आगामी कार्य योजना पर चर्चा
बीकानेर, 14 जनवरी। अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना नई दिल्ली से सम्बद्ध राती घाटी शोध एवं विकास समिति बीकानेर की ओर से रविवार को धनीनाथ गिरि मठ परिसर में चक्री प्रकाशन की ओर से प्रकाशित लेखक व संकलनकर्ता सेवादास स्वामी के कविता संग्रह ’’ अनुभव’ का लोकार्पण समारोह आयोजित किया गया।
समारोह में विधायक सुश्री सिद्धि कुमारी का अभिनंदन किया गया तथा राती घाटी शोध एवं विकास समिति की आगामी कार्य योजना पर चर्चा की गई।
धनीनाथ गिरि मठ पंच मंदिर के अधिष्ठाता, महामंडलेश्वर स्वामी विशोकानंद भारती के सानिध्य में हुए समारोह में विधायक सुश्री सिद्धि कुमारी का अभिनंदन किया गया। सुश्री सिद्धि कुमारी ने अपने पूर्वज महाराजा सूरत सिंह जी की ओर से 241 वर्ष स्थापित धनीनाथ गिरि मठ पंच मंदिर परिसर के देवालयों के दर्शन किए तथा स्वामी विशोकानंद भारती से आशीर्वाद प्राप्त किया ।
राती घाटी शोध एवं विकास संस्थान के संयोजक जानकी नारायण श्रीमाली ने राती घाटी के इतिहास व उसके शोध व विकास के संबंध में किए गए कार्यों से अवगत करवाया तथा अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने लक्ष्मी मंदिर परिसर में राती-घाटी युद्ध स्थल का पैनोरमा बनाने, छत्री व स्मारक स्थल को विकसित करने में शासन-प्रशासन व आमजन से सहयोग की अपेक्षा की । पिछले दो वर्षों से समिति की ओर से किए गए कार्यां से अवगत करवाया तथा मासिक बुलेटिन मकर संक्रांति से निकालने का पक्ष रखा।
विधायक सुश्री सिद्धि कुमारी ने कहा कि उनके पूर्वजों ने रियासत काल में बीकानेर के सर्वांगीण विकास के अनेक कार्य किए जो वर्तमान में नगर के इतिहास, कला एवं संस्कृति के साक्षी बने हुए है। उन्होंने ऐतिहासिक राती घाटी के विकास में पूर्ण सहयोग दिया तथा लोकार्पित सेवादास स्वामी की पुस्तक ’’ अनुभव’’ को आमजन के लिए बौद्धिक व मानसिक विकास के लिए प्रेरणादायक बताया।
कवयित्री कृष्णा व्यास ने सरस्वती वंदना व राजस्थानी कविता प्रस्तुत की। पूर्व जिला एवं सत्र न्यायाधीश लीलाधर स्वामी व बाल रोग विशेषज्ञ डॉ.सारिका स्वामी ने लोकार्पित पुस्तक की विशिष्टताओं से अवगत करवाया। शिक्षा विभाग से सेवानिवृत कर्मी व लेखक सेवादास स्वामी ने पुस्तक प्रकाशन के उद्देश्यों से अवगत करवाया। उन्होंने बताया कि पुस्तक में स्वयं की रचनाओं के साथ विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित प्रेरणादायक प्रसंग, रचनाएं प्रकाशित की गई है।
कार्यक्रम में कैलाशी मदन मोदी, डॉ.राजेन्द्र जोशी, राती घाटी शोध संस्थान के अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह बीका, शक्ति प्रसन्न बीठू, योग गुरु व सीताराम ने विचार व्यक्त किए।