केजरीवाल के जेल जाने से AAP को फायदा?
- क्यों लगातार ठुकराया जा रहा ED का समन
- Arvind Kejriwal को अब तक 5 बार ED ने बुलावा भेजा है लेकिन वे अभी तक जांच में सहयोग करने के लिए नहीं पहुंचे हैं।
दिल्ली में कथित शराब घोटाले से जुड़े मामले में पूछताछ के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय ने 5 वां समन भेजा था। केजरीवाल को 2 फरवरी को पेशी के लिए बुलाया गया था, लेकिन पिछली बार की तरह ही एक बार फिर उन्होंनेन्हों ने बुलावे को ठुकाराते हुए पूछताछ में भाग नहीं लिया। हालिया घटनाक्रम को देखें तो झारखंड के पूर्व सीएम मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कि क्या सोरेन की तरह ही अरविंद केजरीवाल को भी गिरफ्तार किया जा सकता है? वहीं केजरीवाल के सियासी पैटर्न को देखें तो उसमें हेमंत सोरेन की नकल करने के संकेत मिल रहे हैं।
हेमंत सोरेन के बारे में बात करें तो सोरेन को मनी लॉन्ड्रिंग केस में ईडी ने 9 समन भेजे थे। सोरेन बार-बार ईडी का समन नजरंदाज करते रहे। इसके चलते उनके खिलाफ केस मजबूत होता गया है। वहीं 10वां समन भी नजरंदाज करने पर दौड़भाग के बाद आखिरकार हेमंत सोरेन को
गिरफ्तार कर ही लिया गया। दूसरी ओर केजरीवाल को देखें तो वो भी अब तक 5 समन ठुकरा चुके हैं। इसके चलते यह सवाल उठता है कि कहीं वह जानबूझकर तो ये समन नहीं ठुकरा रहे हैं, क्योंकि यह उनके राजनीतिक स्टाइल का एक अहम हिस्सा भी रहा है।
सहानुभूति जुटाने की कोशिश
अरविंद केजरीवाल की पॉलिटिक्स हमेशा से ही जनता से सीधे जुड़ाव और सहानुभूति बंटोरने वाली रही है। अपने बच्चों की कसम खाना हो या फिर नीली वैगनार कार से दफ्तर जाना, केजरीवाल जनता के बीच सहानुभूति बंटोरने में मास्टर रहे हैं। ऐसे में वह जानते हैं कि अगर ईडी की टीम उन्हें गिरफ्तार करने आती है और अपने साथ ले जाती है, तो सीधे तौर पर आम आदमी पार्टी सहानुभूति कार्ड खेल सकती है। इसका फायदा उसे 3 महीने बाद होने वाले लोकसभा चुनाव में भी दिख सकता है।
लगातार हो रही गिरफ्तारी की बात
केजरीवाल को ईडी की तरफ से पहला समन 2 नवंबर 2023 को आया था , तब से लेकर अब तक केजरीवाल को 5 समन आ चुके हैं। इस दौरान आम आदमी पार्टी के नेता लगातार यह बयान देते रहे हैं कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को बीजेपी के इशारे पर प्रवर्तन
निदेशालय गिरफ्तार कर लेगी। मंत्री आतिशी मार्लेना से लेकर सौरभ भारद्वाज, राज्यसभा सांसद लगातार यह कह रहें हैं कि प्रवर्तन निदेशालय की टीम केजरीवाल को उनके ही मुख्यमंत्री आवास से गिरफ्तार कर सकती है।
एक अहम बात यह भी है कि अरविंद केजरीवाल खुद यह कहते नजर आए हैं कि उन्हें कभी भी गिरफ्तार किया जा सकता है। अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में अपने एक बयान में कहा था कि शराब घोटाले से जुड़े इस मामले में पिछले दो साल से जांच चल रही है, लेकिन ईडी ने उन्हें लोकसभा चुनाव से ठीक दो महीने पहले क्यों बुलाना शुरू किया। केजरीवाल ने इसे राजनीति से प्रेरित बताते हुए कहा कि ईडी बीजेपी के इशारे पर काम कर रही है और उन्हें कभी गिरफ्तार किया जा सकता है।
मोदी बनाम केजरीवाल का मुद्दा
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हमेशा ही यह दिखाने की कोशिश करते रहे हैं कि वे बीजेपी के सबसे बड़े लीडर यानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुकाबला करने में सक्षम हैं। ऐसे में लोकसभा चुनाव से ठीक पहले अगर केजरीवाल की गिरफ्तारी होती है, तो सीधे तौर पर
केजरीवाल राष्ट्रीय राजनीतिक की लाइमलाइट में आ सकते हैं। आम आदमी पार्टी जहां केजरीवाल की गिरफ्तारी को एक कुर्बानी की तरह पेश कर सकती है, तो दूसरी ओर वह विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A में भी अपना कद बड़ा दिखाने में कामयाब होगी। आप यह दिखा सकती है
कि वह दिल्ली में बीजेपी और नरेंद्र मोदी का अकेले मुकाबला करने में भी सक्षम हैं। ऐसे में दिल्ली में लोकसभा की सीट शेयरिंग को लेकर आप कांग्रेस से ज्यादा मोल भाव कर सकती है।
आंदोलनकारी छवि का मिलेगा फायदा
आम आदमी पार्टी साल 2011-12 के दौरान अन्ना हजारे के आंदोलन से निकली पार्टी है, जो कि 2 अक्टूबर 2012 में लॉन्च हुई थी। पार्टी अपने आंदोलनकारी रवैए के लिए ही जानी जाती है। आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा से लेकर संजय सिंह तो राज्यसभा तक में आंदोलनकारी की भूमिका में नजर आते हैं और आक्रमकता से बीजेपी पर हल्ला बोलते हैं। इसके चलते अगर अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी होती है, तो निश्चित तौर पर पार्टी एक बार फिर अपने आंदोलनकारी रवैए को अपना सकती है, जो कि आम चुनाव से पहले उसके लिए फायदे का कदम हो सकता है।
जेल में हैं मनीष सिसोदिया और संजय सिंह
बता दें कि दिल्ली के इसी कथित शराब घोटाले से जुड़े केस में पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया और आप के राज्य सभा सांसद संजय सिंह गिरफ्तार हो चुके हैं। सिसोदिया पिछले लगभग एक साळ से जेल में हैं, लेकिन उन्हें अभी तक बेल नहीं मिली है। कुछ इसी तरह अक्टूबर 2023 में संजय सिंह को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन अभी तक उन्हें भी बेल नहीं मिली है।