जूनागढ़ की खाई में मिले सोने के बिस्किट,रियासतकालीन मोहर लगी
- सुपरवाइजर ने ट्रस्ट को नहीं बताया, सिद्धि कुमारी हैं प्राचीना म्यूजियम की मालिक
बीकानेर , 15 अप्रैल। बीकानेर के ऐतिहासिक जूनागढ़ के प्राचीना म्यूजियम की खाई में सोने के बिस्किट्स मिलने का मामला सामने आया है। इन सिक्कों पर राजतंत्र के समय की मुहर भी लगी हुई थी। म्यूजियम के अकाउंटेंट ने मामला दर्ज करवाकर आरोप लगाया कि जूनागढ़ का सुपरवाइजर सोने के बिस्किट्स अपने साथ ले गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
प्राचीना म्यूजियम की संचालक बीकानेर पूर्व की विधायक सिद्धि कुमारी है। प्राचीना जूनागढ़ के एक हिस्से में संचालित हो रहा है।
मरम्मत के दौरान मिले थे बिस्किट
बीकानेर के कोटगेट थाने में प्राचीना म्यूजियम के अकाउंटेंट और महाराजा रायसिंह ट्रस्ट के ट्रस्टी संजय शर्मा ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है। रिपोर्ट में बताया कि घटना 24 मार्च की है। मरम्मत के दौरान जूनागढ़ की खाई से सोने के ‘आरबीएल’ लिखे बिस्किट मिले थे, इन्हें रियासतकालीन सोने की मोहर कहा जाता था।
सुपरवाइजर ने सरकार या ट्रस्ट को नहीं सौंपा बिस्किट
ये मोहर मजदूरों ने जूनागढ़ के सुपरवाइजर प्रहलाद सिंह को सौंपी। सुपरवाइजर ने ये सोना न तो सरकार को सौंपा और न ट्रस्ट को ही सूचना दी। अकाउंटेंट ने आरोप लगाया कि सुपरवाइजर ने खुर्द-बुर्द करने की नीयत से इस बारे में किसी को नहीं बताया। सोने के बिस्किट्स कितने मिले थे, इस बारे में अभी स्पष्ट नहीं है। कोटगेट थाना में भादंसं धारा 420 , 406 के तहत मामला दर्ज करके जांच उप निरीक्षक गौरव बोहरा को सौंपी गयी है।