सभी कयास धाराशायी – दीया कुमारी-प्रेमचंद बैरवा डिप्टी सीएम, देवनानी स्पीकर होंगे

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राजस्थान के नए मुख्यमंत्री ब्राह्मण समाज से भजनलाल शर्मा घोषित जो आरएसएस से जुड़े हैं पहली बार के विधायक शर्मा

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जयपुर , 12 दिसम्बर। राजस्थान के नए मुख्यमंत्री का ऐलान हो गया है। सांगानेर से विधायक भजनलाल शर्मा को विधायक दल का नेता चुना गया है। प्रदेश कार्यालय में हुई विधायक दल की बैठक में भाजपा हाईकमान द्वारा तय किए गए नाम का ऐलान किया गया और उस नाम पर सभी की सहमति बन गई। सूत्रों के मुताबिक नए मुख्यमंत्री के नाम का प्रस्ताव वसुंधरा राजे ने ही रखा। भजनलाल शर्मा संघ पृष्ठभूमि से आते हैं। वे मूलत: भरतपुर के रहने वाले हैं। वे प्रदेश महामंत्री के पद पर भी थे। विधायकों की ग्रुप फोटो में भजनलाल शर्मा चौथी लाइन में बैठे थे। 15 दिसंबर को नई सरकार का शपथ ग्रहण हो सकता है।

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इसके साथ ही दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा उप मुख्यमंत्री होंगे। वहीं, अजमेर उत्तर से विधायक वासुदेव देवनानी विधानसभा स्पीकर होंगे। भाजपा ने तीनों बड़े पद जयपुर को ही दिए हैं। भजनलाल शर्मा जयपुर की सांगानेर सीट से विधायक हैं। वहीं, दीया कुमारी जयपुर की विद्याधर नगर सीट से जीती हैं तो प्रेमचंद बैरवा जयपुर जिले की दूदू सीट से विधायक हैं।

बैठक से पहले राजनाथ सिंह ने भाजपा के सभी वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की। जानकारी के मुताबिक राजनाथ सिंह ने वसुंधरा राजे को बैठक से पहले ही नए मुख्यमंत्री का नाम प्रस्तावित करने के लिए मना लिया था। भजनलाल शर्मा के नाम का ऐलान करने के बाद भाजपा नेता सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए राजभवन पहुंचे हैं।

शर्मा बोले- सबके सहयोग से विकास करेंगे
विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद भजनलाल शर्मा ने कहा कि भाजपा के सभी नेताओं के साथ मिलकर राजस्थान का सर्वांगीण विकास करेंगे। भजनलाल शर्मा को सांगानेर से विधायक अशोक लाहोटी का टिकट काटकर उतारा गया था।

चौथी पंक्ति में बैठे थे भजनलाल शर्मा
प्रदेश मुख्यालय में बैठक से पहले राजनाथ के साथ सभी विधायकों का ग्रुप फोटो सेशन हुआ है। फोटो सेशन के दौरान वसुंधरा राजे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बिल्कुल बगल में बैठे थे। वहीं भजनलाल शर्मा चौथी पंक्ति में बैठे थे। दीया कुमारी दूसरी पंक्ति में थीं।

राजनाथ ने वसुंधरा से की वन-टु-वन बातचीत
राजनाथ सिंह नए मुख्यमंत्री का नाम लेकर आए। बैठक से पहले उन्हाेंने होटल में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से वन-टु-वन बातचीत की। दोनों के बीच करीब 10 मिनट तक बातचीत चली। इसके बाद सभी नेताओं के बीच भी कुछ देर चर्चा हुई। सूत्राें के मुताबिक राजनाथ सिंह ने होटल में ही वसुंधरा को बता दिया था कि उन्हें राजस्थान का नया मुख्यमंत्री नहीं बनाया जा रहा है, हालांकि नए सीएम का नाम की जानकारी उन्हें विधायक दल की बैठक से ऐन पहले ही दी गई।

ब्राह्मण, राजपूत और दलित कार्ड
भाजपा ने मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के चयन के जरिए ब्राह्मण, राजपूत और दलित कार्ड खेला है। ब्राह्मण को मुख्यमंत्री और राजपूत को उप मुख्यमंत्री बनाकर सामान्य वर्ग में भी भाजपा ने एक बड़ा मैसेज दिया है। वहीं प्रेमचंद बैरवा को उप मुख्यमंत्री बनाकर दलित कार्ड भी खेला है।

इससे पहले दोपहर 1.45 बजे नए सीएम के ऐलान के लिए केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित तीन पर्यवेक्षक जयपुर पहुंचे। जयपुर एयरपोर्ट पहुंचने पर राजनाथ सिंह समेत अन्य नेताओं का राजस्थान के नेताओं की ओर से गर्मजोशी से स्वागत किया गया। स्वागत करने वालों में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी भी मौजूद रहे। इसके बाद भाजपा के प्रदेश कार्यालय में विधायकों और पर्यवेक्षकों का एक फोटो सेशन हुआ। फिर विधायक दल की बैठक हुई।

गौरतलब है कि राजस्थान में मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा। इसे लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे। लेकिन आलाकमान ने सारे कयायों पर विराम लगाते हुए भजन लाल शर्मा को राजस्थान की कुर्सी सौंपी है।

राजे ने रखा नए सीएम का प्रस्ताव
राजस्थान ने भी पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे नए सीएम के नाम का प्रस्ताव रखा है। बता दें कि छत्तीसगढ़ में पूर्व सीएम रमन सिंह और मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह ने नए सीएम के नाम का प्रस्ताव रखा था। प्रदेश अध्यक्ष सी पी जोशी ने स्वागत भाषण दिया।

राजस्थान के मुख्यमंत्रियों की सूचि (1949-2023)

भजनलाल शर्मा (भाजपा ) – कार्यकाल -15 दिसम्बर 2023 से।……..
अशोक गहलोत (कांग्रेस)- कार्यकाल – 17 दिसंबर 2018 से 14 दिसम्बर 2023
वसुंधरा राजे (भाजपा) कार्यकाल – 13 दिसंबर 2013 से 12 दिसंबर 2018
अशोक गहलोत कार्यकाल -12 दिसंबर 2008 से 13 दिसंबर 2013
वसुंधरा राजे कार्यकाल- 8 दिसंबर 2003 से 11 दिसंबर 2008
अशोक गहलोत कार्यकाल -1 दिसंबर 1998 से 8 दिसंबर 2003
भैरोंसिंह शेखावत (भाजपा) कार्यकाल – 4 दिसंबर 1993 से 29 नवंबर 1998
राष्ट्रपति शासन – 15 दिसंबर 1992 से 4 दिसंबर 1993
भैरोंसिंह शेखावत (भाजपा) कार्यकाल – 4 मार्च 1990 से 15 दिसंबर 1992
हरी देव जोशी (कांग्रेस) कार्यकाल – 4 दिसंबर 1989 से 4 मार्च 1990
शिवचरण माथुर (कांग्रेस) कार्यकाल – 20 जनवरी 1988 से 4 दिसंबर 1989
हरी देव जोशी कार्यकाल (कांग्रेस) – 10 मार्च 1985 – 20 जनवरी 1988
हीरा लाल देवपुरा (कांग्रेस) कार्यकाल -23 फरवरी 1985 से 10 मार्च 1985
शिव चरण माथुर (कांग्रेस) कार्यकाल -14 जुलाई 1981 से 23 फरवरी 1985
जगन्नाथ पहाडिय़ा (कांग्रेस) कार्यकाल- 6 जून 1980 से 13 जुलाई 1981
भैरोंसिंह शेखावत (जनता पार्टी) कार्यकाल -22 जून 1977 से 16 फरवरी 1980
राष्ट्रपति शासन कार्यकाल -29 अप्रेल 1977 से 22 जून 1977
हरी देव जोशी कार्यकाल -11 अगस्त 1973 से 29 अप्रेल 1977
बरकतुल्लाह खान (कांग्रेस) कार्यकाल -9 जुलाई 1971 से 11 अगस्त 1973
मोहल लाल सुखाडिय़ा कार्यकाल -26 अप्रेल 1967- 9 जुलाई 1971
राष्ट्रपति शासन कार्यकाल -13 मार्च 1967 -26 अप्रेल 1967
मोहन लाल सुखाडिय़ा (कांग्रेस) कार्यकाल -12 मार्च 1962 – 13 मार्च 1967

मोहन लाल सुखाडिय़ा (कांग्रेस) कार्यकाल -11 अप्रेल 1957 से 11 मार्च 1962
मोहन लाल सुखाडिय़ा (कांग्रेस) कार्यकाल -13 नवंबर 1954 से 11 अप्रेल 1957
जय नारायण व्यास (कांग्रेस) कार्यकाल- 1 नवंबर 1952 से 12 नवंबर 1954
टीकाराम पालीवाल (कांग्रेस) कार्यकाल- 3 मार्च 1952 से 31 अक्टूबर 1952
जय नारायण व्यास (कांग्रेस) कार्यकाल-26 अप्रेल 1951 से 3 मार्च 1952
सी एस वेंकटाचारी (कांग्रेस) कार्यकाल -6 जनवरी 1951 से 25 अप्रेल 1951
हीरा लाल शास्त्री कार्यकाल (कांग्रेस) कार्यकाल- 7 अप्रेल 1949 से 5 जनवरी 1951

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