आसनसोल से भाजपा कैंडिडेट पवन सिंह ने क्यों लौटाया टिकट? अब तक तीन ने मैदान छोड़ा

  • भोजपुरी सिंगर बोले- चुनाव नहीं लड़ पाऊंगा
  • टिकट कटने के बाद हर्षवर्धन का राजनीति से संन्यास

नयी दिल्ली , 3 मार्च। भोजपुरी सिंगर पवन सिंह ने रविवार को पश्चिम बंगाल की आसनसोल लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है।

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पवन सिंह ने क्यों लौटाया टिकट?

पवन सिंह को पार्टी ने जब लोकसभा का उम्मीदवार घोषित किया तो उस पर पवन सिंह ने गर्मजोशी से प्रतिक्रिया व्यक्त की। पवन सिंह ने ट्वीट में लिखा, शीर्ष नेतृत्व को दिल से धन्यवाद। इसके साथ ही उन्होंने एक पोस्टर भी ट्वीट किया। उसमें लिखा था कि मुझे लोकसभा क्षेत्र आसनसोल (पश्चिम बंगाल) से उम्मीदवार बनाए जाने के लिए भारतीय जनता पार्टी के सभी महानुभावओं का वंदन चंदन व अभिनंदन करते हैं। इस पोस्ट को अभी 24 घंटे भी नहीं बीते थे कि तस्वीर पूरी तरह से बदल गई। पवन सिंह ने आसनसोल से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया। इस बात की जानकारी भी उन्होंने एक्स पर पोस्ट के जरिये दी। अपनी दूसरी पोस्ट में पवन सिंह ने जेपी नड्डा को टैग करते हुए लिखा कि भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को दिल से आभार प्रकट करता हूं। पार्टी ने मुझ पर विश्वास करके आसनसोल का उम्मीदवार घोषित किया लेकिन किसी कारण वश में आसनसोल से चुनाव नहीं लड़ पाऊंगा…। आखिर 24 घंटे से भी कम समय में ऐसा क्या हो गया कि पवन सिंह ने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया। पवन सिंह की उम्मीदवारी वापिस लिए जाने को लेकर अभी तक पार्टी की तरफ से कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं आई है। हालांकि, साफ तौर पर इसके पीछे पश्चिम बंगाल में उनकी उम्मीदवारी को लेकर हुआ विवाद वजह माना जा रहा है।

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महिलाओं के अपमान का मुद्दा

पवन सिंह को टिकट मिलने के बाद से ही टीएमसी ने भोजपुरी गायक की उम्मीदवारी को लेकर हमला बोल दिया था। तृणमूल कांग्रेस ने पवन सिंह के जरिये बीजेपी पर महिला विरोधी होने का आरोप लगा रही है। पार्टी समर्थकों का कहना था कि पीएम मोदी एक तरफ तो नारी शक्ति के बारे में बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, वहीं दूसरी तरफ स्त्री द्वेषी, महिला के साथ दुर्व्यवहार करने वाले को चुनाव मैदान में उतारते हैं। पवन सिंह के खिलाफ अपनी पत्नी के साथ लंबे समय से विवाद चल रहा था। इतना ही नहीं एक मशहूर भोजपुरी अभिनेत्री के साथ उनके दुर्व्यवहार की खबरें भी मीडिया में सुर्खियां बनी थीं। टीएमसी का कहना था कि बंगाल की महिलाएं आपको करारा जवाब देंगी। विपक्षी दल पवन सिंह को बंगाल से बाहर रखने की मांग कर रहे थे। बंगाल में पवन सिंह के महिला विरोधी, अश्लील गानों को लेकर भी विरोध हो रहा था। भोजपुरी में पवन सिंह ने बंगाली महिलाओं को लेकर कुछ गीत और एल्बम बनाए हैं। उनको लेकर वे लगातार आलोचना का सामना कर रहे थे। विरोधियों का कहना था कि पवन सिंह ऐसे वीडियो बनाते हैं जो बेहद अश्लील, स्त्री विरोधी और स्त्रीद्वेषी होते हैं। अपने वीडियो में वे बंगाल की महिलाओं को निशाना बनाते हैं। टीएमसी की नवनिर्वाचित राज्यसभा सांसद सागरिका घोष ने ‘हम हसीना बंगाल के’ गाने के साथ पवन सिंह की उम्मीदवारी पर सवाल खड़े किए थे।

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बहुत ज्यादा हमको जानकारी नहीं है

पवन सिंह की उम्मीदवारी का विरोध कर रहे लोग उनके कई वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहे थे। ऐसे ही एक वीडियो में उनसे सवाल पूछा गया कि राजनीति के मैदान में आपका क्या मुद्दा होगा? इस पर पवन सिंह कहते हैं कि मुद्दा मतलब मैं समझा नहीं! चुनाव जीतने के बारे में विकास के बारे में सवाल पूछने पर पवन सिंह ने कहा कि मुझे इस बारे में अधिक ज्यादा जानकारी नहीं है। आप मुझसे सिंगिंग और एक्टिंग के बारे में पूछना है तो पूछिए। वीडियो में पवन सिंह साफ कहते सुनाई दिए कि उनके जीवन का दो ही लक्ष्य है। हे प्रभु मुझे उतना ही धन दीजिए…देखअ हम गाड़ी के शौकीन हईं…जिस गाड़ी पर नजर जाए वो गाड़ी हमको चाहिए। एक यूजर @kumardhruv1234 ने लिखा कि इस आदमी को यह नहीं पता की राजनीति क्या है तो बीजेपी ने इसे टिकट क्यों दे दिया। एक अन्य यूजर @kumar_anshul123 का कहना था कि सवाल क्या पूछा जवाब क्या मिल रहा है ऐसे आदमी को टिकट मिला है क्या ही होगा इस लोकसभा क्षेत्र का। एक यूजर @DevenderYadav_ ने लिखा कि मोदी जी ने उम्मीदवार चुना है, तो कुछ सोच-समझकर ही चुना होगा। कहा से आते है ऐसे महान लोग,जनता का मजाक उड़ा रही हैं भाजपा।

उन्होंने सोशल मीडिया X पर लिखा- भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को दिल से आभार, लेकिन किसी कारण वश मैं आसनसोल से चुनाव नहीं लड़ पाऊंगा। इस बीच पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्‌डा ने उन्हें दिल्ली बुलाया है।

भाजपा ने 2024 लोकसभा चुनाव के लिए शनिवार को 195 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की। इसमें पवन सिंह को हिन्दी भाषी आसनसोल सीट से प्रत्याशी बनाया गया था। कभी भाजपा में रहे शत्रुघ्न सिन्हा फिलहाल यहां से TMC के सांसद हैं। सिन्हा से पहले सिंगर बाबुल सुप्रियो यहां से भाजपा के दो बार सांसद रह चुके हैं।

पवन सिंह के चुनाव लड़ने से इनकार के बाद ममता बनर्जी के भतीजे और TMC सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा- खेला होने से पहले खेला हो गया। ये भाजपा का पहला सेल्फ गोल है।

उधर, दिल्ली भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने रविवार को सक्रिय राजनीति से संन्यास ले लिया। हर्षवर्धन ने सोशल मीडिया X पर लिखा- कृष्णानगर का ENT क्लिनिक मेरा इंतजार कर रहा है। हर्षवर्धन चांदनी चौक से सांसद हैं। पार्टी ने उनकी जगह प्रवीण खंडेलवाल को इस बार टिकट दिया है।

भाजपा ने शनिवार शाम को 16 राज्य और 2 केंद्र शासित प्रदेशों की 195 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए। 34 केंद्रीय मंत्रियों को टिकट मिला है। सूची में 28 महिलाएं, 27 एससी, 18 एसटी, 57 ओबीसी नाम हैं। 50 साल से कम उम्र के 47 कैंडिडेट हैं, जिन्हें पार्टी ने युवा कहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काशी और अमित शाह गांधीनगर से ही चुनाव लड़ेंगे। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज को विदिशा से, त्रिपुरा के पूर्व सीएम बिप्लब देब को त्रिपुरा पश्चिम और असम के पूर्व CM सर्बानंद सोनोवाल को डिब्रूगढ़ से टिकट मिला है।

पार्टी ने पहली लिस्ट में 34 सांसदों के टिकट काट दिए हैं। इसमें वो सांसद भी शामिल हैं जो संसद के अंदर और बाहर अपने भड़काऊ बयानों को लेकर विवादों में रहे। इनमें भोपाल की सांसद साध्वी प्रज्ञा, दिल्ली से दो सांसद रमेश विधुड़ी और प्रवेश वर्मा को भी अभी तक टिकट नहीं दिया गया है।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला अपनी सीट कोटा से फिर मैदान में होंगे। पार्टी ने सिर्फ एक मुस्लिम उम्मीदवार डॉ. अब्दुल सलाम को केरल के मलप्पुरम से प्रत्याशी बनाया है। उत्तरप्रदेश के श्रावस्ती से पूर्व IAS और मोदी के पूर्व निजी सचिव नृपेंद्र मिश्रा के बेटे साकेत मिश्रा को टिकट मिला है। इस लिस्ट में 4 भोजपुरी स्टार्स मनोज तिवारी, रवि किशन, दिनेश लाल और पवन सिंह शामिल हैं।अब पवन सिंह ने चुनाव लड़ने से मना कर दिया है।

 

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