बोलेरो व कार में भिड़ंत, पति-पत्नी समेत 3 की मौत

हमारे सोशल मीडिया से जुड़े!

टायर फटने से हुआ हादसा; मरने वालों में 2 सरकारी टीचर और एक बैंक PO

L.C.Baid Childrens Hospiatl

उच्चैन (भरतपुर) , 23 सितम्बर। भरतपुर में कैमासी गांव के पास शनिवार दोपहर 3:30 बजे बोलेरो और कार की भिड़ंत में कार सवार दंपती समेत तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, बोलेरो सवार पिता-पुत्र समेत 4 लोग घायल हो गए।

mona industries bikaner

उच्चैन थाना पुलिस के मुताबिक, टायर फटने से बेकाबू होकर बोलेरो सामने से आ रही कार से टकरा गई। इसके बाद दोनों वाहन सड़क किनारे एक पेड़ से टकरा गए। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने बोलेरो सवार 4 घायलों को तुरंत उच्चैन हॉस्पिटल पहुंचाया। जहां से भरतपुर के आरबीएम हॉस्पिटल रेफर किया गया। दो घायलों को आईसीयू में शिफ्ट किया है।
जयपुर से निकला था, जटवाड़ा से पत्नी को साथ लिया
भरतपुर के सेवर थाना इलाके के गांधीनगर निवासी समिताभ मिश्रा (35) पत्नी डॉली मिश्रा (33) और परिचित दिनेश राजपूत (34) के साथ करौली के जटवाड़ा से उच्चैन जा रहे थे। समिताभ जयपुर में बैंक ऑफ बड़ौदा में PO के पद पर था। डॉली और दिनेश करौली में उच्च माध्यमिक विद्यालय जटवाड़ा में टीचर थे।

दरअसल, समिताभ शनिवार को जयपुर से कार से सेवर के लिए निकला था। रास्ते में पत्नी को स्कूल से लेने वह जटवाड़ा चला गया। इस दौरान पत्नी का सहकर्मी दिनेश भी उनके साथ भरतपुर तक के लिए कार में बैठ गया। दिनेश डीग के गोवर्धन गेट का रहने वाला था। समिताभ और डॉली की शादी 30 सितंबर 2017 को हुई थी। उनका बेटा शिवांंश 5 साल का है।

जानकारी के अनुसार कैमासी गांव के पास बोलेरो का टायर फटते ही वह लहराकर समिताभ की कार से जा टकराई। भिड़ंत इतनी जोरदार थी कि तेज धमाका हुआ और कार चकनाचूर हो गई। पेड़ से टकराने के बाद कार पूरी तरह पिचक गई।

बेटे को गंगा नहलाकर लाया था
बोलेरो को कालू राम चला रहा था। कार में सवार मुकेश मीणा अपने बेटे लखन को गंगा नहलाकर लाया था। इसके अलावा बोलेरो में उनका भरत नाम का रिश्तेदार भी था। ड्राइवर कालूराम और भरत गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें भरतपुर के आरबीएम हाॅस्पिटल में आईसीयू में शिफ्ट किया गया है। मुकेश और लखन का भी इलाज चल रहा है। बोलेरो सवार चारों व्यक्ति बामनवास (सवाई माधोपुर) के रहने वाले हैं। वे शुक्रवार को सौरोजी (यूपी) के लिए निकले थे। शनिवार को घर बामनवास लौट रहे थे।

थार एक्सप्रेस
CHHAJER GRAPHIS

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *