विधानसभा में वसुंधरा राजे को निर्दलयों के पास बैठाने पर कांग्रेस ने कसा तंज

  • आपने दो बार की सीएम को निर्दलीयों और विपक्ष की लाइन में बैठा रखा है। यह अंतर्कलह नहीं है क्या?

जयपुर , 23 जनवरी। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने विधानसभा में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की सीट निर्दलीयों के पास करने पर तंज कसा। बीजेपी पर सवाल उठाए। डोटासरा ने कहा- आप हमारी पार्टी में अंतर्कलह की बात कर रहे हैं। इनको शर्म नहीं आती। वसुंधराजी कहां बैठी हैं, वे ना पक्ष में बैठी हैं, इधर प्रतिपक्ष की लाइन में बैठा रखा है।

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डोटासरा ने कहा- आप देखिए नेता प्रतिपक्ष यहां बैठे हैं। हमारा पूर्व मुख्यमंत्री बराबर में बैठा है। आपने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने विधानसभा में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की सीट निर्दलीयों के पास करने पर तंज कसा। बीजेपी पर सवाल उठाए। डोटासरा ने कहा- आप हमारी पार्टी में अंतर्कलह की बात कर रहे हैं। इनको शर्म नहीं आती। वसुंधराजी कहां बैठी हैं, वे ना पक्ष में बैठी हैं, इधर प्रतिपक्ष की लाइन में बैठा रखा है।

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डोटासरा ने कहा- आप देखिए नेता प्रतिपक्ष यहां बैठे हैं। हमारा पूर्व मुख्यमंत्री बराबर में बैठा है। आपने दो बार की सीएम को निर्दलीयों और विपक्ष की लाइन में बैठा रखा है। यह अंतर्कलह नहीं है क्या? मुख्यमंत्री की बैठकों में वसुंधरा राजे नहीं जा रहीं। यह अंतर्कलह नहीं है क्या?

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इस दौरान संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने जवाबी पलटवार करते हुए कहा कि अपनी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष के बारे में मुख्यमंत्री रहते हुए अशोक गहलोत ने क्या-क्या कहा, वह भी बता दीजिए।

कांग्रेस राज में पायलट को दी किनारे की सीट तो बीजेपी ने उठाए सवाल
सीट को लेकर कांग्रेस राज में भी विवाद हुआ था। सचिन पायलट को बगावत से सुलह के बाद किनारे की सीट दी गई थी, तब बीजेपी ने सवाल उठाए थे। 14 अगस्त 2020 को सुलह के बाद बुलाए गए विधानसभा सत्र में गहलोत ने सदन में बहुमत साबित किया था। सदन में बहस के दौरान बीजेपी ने तब पायलट की सीट कॉर्नर पर करने पर सवाल उठाए थे। बीजेपी के सवाल उठाने पर खुद पायलट ने ही तंज भरे लहजे में जवाब दिया था। पायलट ने कहा था- बॉर्डर पर उसे भेजा जाता है, जो सबसे मजबूत हो। हम मजूबती से पार्टी के लिए लड़ेंगे।

राजस्थान विधानसभा कार्यवाही में अशोक गहलोत व डोटासरा (फायल फोटो )

पेपरलीक में केस पेंडिंग है तो एसआईटी किसकी जांच करेगी?

डोटासरा ने कहा- पेपरलीक की बात करते हो। केवल हाईकोर्ट की भर्ती का केस लंबित है। आप ईडी, इनकम टैक्स को ला रहे हैं। कांग्रेस को आप ईडी- इनकम टैक्स से धमका नहीं सकते।

मंत्री के स्पेशल असिस्टेंट के खिलाफ ईडी की जांच
डोटासरा ने कहा- मुख्यमंत्री जहां भी जाते है, टंग स्लिप हो जाती है। पांच साल तक भ्रष्टाचार की बात करते रहे, कल ही एक आईएएस पकड़ा गया है। आपके मंत्रियों के स्पेशल असिस्टेंट (एसए) लगे हैं। उसके खिलाफ ईडी की जांच चल रही है। आपको महिला रेसलर की चिंता नहीं है। मणिपुर जल रहा है, उसकी चिंता नहीं है। मंत्री किरोड़ीलाल मीणा के विभाग के साथ क्या किया। टुकड़े-टुकड़े कर दिया। शहीद वीरांगना को वो नौकरी दिलवा रहे थे, अब आप दिलवा दीजिए।

मुख्यमंत्री को अयोध्या नहीं बुलाया, रामजी हम सबके हैं
डोटासरा ने कहा- रामजी को लेकर दावे कर रहे हैं, रामजी आपके अकेले के हैं क्या, रामजी हम सबके हैं। इनमें से कितने अयोध्या गए। मुख्यमंत्री को अयोध्या नहीं बुलाया।

सीएम के निर्वाचन क्षेत्र सांगानेर का SDO तक नहीं बदला
डोटासरा ने कहा- मुख्यमंत्रीजी न वित्त पर बोलेंगे, न दूसरे पर। मुख्यमंत्री को बुलवाइए तो सही। कैसा बोलते हैं। उन्हें तो घूमने का कह रखा है। भ्रमण करके और टंग स्लिप कराकर आ जाओ। सीएम के निर्वाचन क्षेत्र में एसडीओ तहसीलदार तक नहीं बदला जा रहा है। दिल्ली से पर्ची आ रही है। इस राज्य को केंद्र शासित प्रदेश मत बनने दीजिए। दिल्ली की पर्ची बंद करें। सीएम को फैसले लेने का अधिकार है। जब एसए ही नहीं लगे तो काम क्या करें? सांगानेर का एसडीओ तक नहीं बदला गया। राजस्थान के इंजन को चलने दीजिए।

यह पर्ची से बनी सरकार है
डोटासरा ने कहा- यह पर्ची से बनी सरकार है। पिछले दिनों घनश्याम तिवाड़ी ने इस पर मुहर लगा दी है। तिवाड़ी ने कहा था कि पर्ची जब खुली तो बड़े बड़े लोगों के होश उड़ गए। खराड़ी कह रहे हैं कि बच्चे ज्यादा पैदा करो।

आपने तो मंत्री ही अग्निवीर बना दिया जिसका मोरिया बोल गया
डोटासरा ने कहा- अब तक तो मोदीजी फॉर्सेज में अग्निवीर बना रहे थे, लेकिन आपने तो मंत्री ही अग्निवीर बना दिया। इधर, राज्यपाल के शपथ ली और उधर मंत्री का मोरिया बोल गया। इस पर संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने चुटकी लेते हुए पूछा कि यह मोरिया बोलना क्या होता है। डोटासरा ने कहा कि संसदीय कार्यमंत्री बनने वाले जानते हैं मोरिया कैसे बोलता हे।

मुख्यमंत्री की बैठकों में वसुंधरा राजे नहीं जा रहीं। यह अंतर्कलह नहीं है क्या?

इस दौरान संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने जवाबी पलटवार करते हुए कहा कि अपनी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष के बारे में मुख्यमंत्री रहते हुए अशोक गहलोत ने क्या-क्या कहा, वह भी बता दीजिए।

कांग्रेस राज में पायलट को दी किनारे की सीट तो बीजेपी ने उठाए सवाल
सीट को लेकर कांग्रेस राज में भी विवाद हुआ था। सचिन पायलट को बगावत से सुलह के बाद किनारे की सीट दी गई थी, तब बीजेपी ने सवाल उठाए थे। 14 अगस्त 2020 को सुलह के बाद बुलाए गए विधानसभा सत्र में गहलोत ने सदन में बहुमत साबित किया था। सदन में बहस के दौरान बीजेपी ने तब पायलट की सीट कॉर्नर पर करने पर सवाल उठाए थे। बीजेपी के सवाल उठाने पर खुद पायलट ने ही तंज भरे लहजे में जवाब दिया था। पायलट ने कहा था- बॉर्डर पर उसे भेजा जाता है, जो सबसे मजबूत हो। हम मजूबती से पार्टी के लिए लड़ेंगे।

 

 

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