असद दृष्टि का त्याग कर सद दृष्टि को अपनाएं-आचार्यश्री

  • बच्चों का संस्कार शिविर रविवार को

बीकानेर, 14 सितम्बर। जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ के आचार्यश्री जिन पीयूष सागर सूरीश्वरजी के सान्निध्य में रविवार को सुबह नौ बजे से रांगड़ी चौक के सुगनजी महाराज के उपासरे में बच्चों का संस्कार शिविर आयोजित किया जाएगा। देश के विभिन्न इलाकों से आए करीब 100 से अधिक श्रावक-श्राविकाओं ने शनिवार को आचार्यश्री के दर्शन-वंदन कर वर्षभर में भूलों की क्षमापना की।

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आचार्यश्री ने धर्मचर्चा में कहा कि असददृष्टि व ममत्व का त्याग कर सद्दृष्टि अपनाएं । असद् दृष्टि रखने वाले कभी आत्मा व परमात्म का साक्षात्कार नहीं कर सकता । मेरा है सो मेरा, तेरा सो तेरा’ नियम की पालना करें। मेरा सो मेरा व तेरा सो मेरा की भावना नहीं रखे। असद दृष्टि मान कषायों को पुष्ट करती, पाप कर्म को जन्म देती है। अपनों व अपनापन से व मानव और मानवता, उपकार व परोपकार से दूर करती है। हमें अपने उदर पूर्ति के साथ दूसरों के भी हितों को ध्यान में रखते हुए कार्य, व्यवहार व व्यापार करना चाहिए।

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बीकानेर के मुनि सम्यक रत्न सागर ने कहा कि बड़े-बड़े व्यापारिक मॉल, ऑन लाइन व्यापार ने अनेक लोगो के रोजगार को छीन रहे है। इन माल व ऑन लाइन से खरीदारी करने वाले सब्जी व अन्य उपयोगी सामग्री बेचकर दो जून की रोटी कमाने वाले के हितों पर कुठाराघात करते हुए पाप कर्म का बंधन बांधते है। जिन शासन प्राणी मात्र के हितों की रक्षा का संदेश देता है। हमें दूसरों के हितों को छीन कर अपने हित की पूर्ति नहीं करना चाहिए ।

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इस अवसर पर वीर नाना लक्ष्मीचंद लूणियां, श्रीमती संतोष देवी लूणिया, वीर माता योगिता, पिता पारसमल गोलछा- (मुनि श्रेय रत्न सागर के माता-पिता),दुर्ग के वीर भ्राता राजेन्द्र मरोठी नरेश बैद, पारस झाबक, सुरेश चंद कटारिया व विजय कुमार बैद का श्री सुगनजी महाराज का उपासरा ट्रस्ट व श्री जिनेश्वर युवक परिषद की ओर से शॉल, श्रीफल व दुप्टा से शांति लाल नाहटा, जिनेन्द्र खजांची व मनोज सेठिया ने अभिनंदन किया ।

उदयरासर में दादा गुरुदेव का मेला 18 को
श्री सुगनजी महाराज का उपासरा ट्रस्ट के मंत्री रतन लाल नाहटा ने बताया कि व श्री जिनेश्वर युवक परिषद अध्यक्ष संदीप मुसरफ ने बताया कि रविवार को सुगनजी महाराज के उपासरे में होने वाले बाल संस्कार शिविर में बच्चों को नैतिक, धार्मिक व आध्यात्मिक शिक्षा दी जाएगी।

उन्होंने बताया कि आचार्यश्री, मुनि व साध्वीवृंद 17 सितम्बर को उदयरामसर जाएंगे। उदयरामसर में 197 वां दादा गुरुदेव का मेला श्री चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास के तत्वावधान में भरा जाएगा। दादा गुरुदेव की बड़ी पूजा, भक्ति संगीत तथा प्रसाद का आयोजन होगा। श्री चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास के अध्यक्ष निर्मल धारीवाल ने बताया कि मेले के लिए तैयारियां शुरू कर दी गई है। श्रावक-श्राविकाएं ऊंट गाड़ों व विभिन्न वाहनों से 17 सितम्बर शाम व 18 सितम्बर सुबह को मेले में पहुंचेंगे।

 

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