ईसीबी में सुरक्षित इंटरनेट दिवस मनाया गया

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बीकानेर , 11 फ़रवरी। केंद्र सरकार के इलेक्ट्रोनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा इन्फॉर्मेशन सिक्योरिटी एज्यूकेशन एवं अवेयरनेस प्रोग्राम के तहत बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के घटक संस्थान, इंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर में प्रोजेक्ट का तीसरा चरण संचालित है। इन्फॉर्मेशन सिक्योरिटी एज्यूकेशन एवं अवेयरनेस के तीसरे फेज के तहत 11 फरवरी 2025 को इंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर के इंस्ट्रूमेंटेशन एवं कंट्रोल इंजिनियरिंग विभाग तथा इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी विभाग ने संयुक्त रूप से “इनोवेशन एवं अवेयरनेस फॉर सेफर इंटरनेट” विषय पर टेक्निकल सेशन एवं क्विज का आयोजन कर के से (सुरक्षित) इंटरनेट दिवस मनाया गया।

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बढ़ते साइबर अपराध एवं इंटरनेट के माध्यम से सूचना चोरी तथा धोखाधड़ी में उत्तरोत्तर बढ़ोतरी ने विभिन्न देशों की सरकारों की नींद उड़ा रखी है। इसी को समय रहते काबू करने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकारों ने जन जागृति के साथ साथ इस क्षेत्र में शोध एवं स्टार्टअप को बढ़ावा देने की दूरगामी योजनाएं क्रियान्वित की है।

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इंटरनेट आज के आधुनिक जीवन का अभिन्न अंग बन गया है। ऑन लाइन शॉपिंग , नयी कोई रेसिपी, पढाई , सोशल मीडिया या बैंक से जुड़े ट्रांसक्शन , इंटरनेट के बिना इनकी कल्पना भीं मुश्किल है। बढ़ते इंटरनेट उपयोग के साथ साथ इंटरनेट में व्यक्तिगत जानकारियों के चोरी होने , ऑन लाइन फ्रॉड होने, ऑनलाइन फिरौती मांगने की चिंताएं भी बढ़ी हैं।

“सुरक्षित इंटरनेट दिवस” को मनाने का उद्देश्य आम जन को सुरक्षित इंटरनेट के इस्तेमाल के बारे में जागरूक करना है । फिशिंग विशिंग स्मिशिंग , मैलवेयर, रैनसमवेयर से हम कैसे सुरक्षित रहें। किसी भी अनजाने लिंक को क्लिक न करे। बड़ी लुभावनी लाटरी , फ्री विदेश यात्रा जैसे प्रलोभन में हमें नहीं फसना है। कई बार साइबर ठग पुलिस कर्मी , जज या बैंक कर्मी बनकर,डराकर धमकाकर आपकी गोपनीय जानकारी मांगते हैं। डिजिटल अरेस्ट की धमकी देते हैं। ऐसे परिस्थिति में घबराए नहीं , बल्कि पुलिस की हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्जा कराएं ।इलेक्ट्रॉनिक इंस्ट्रूमेंटेशन एवं कंट्रोल विभाग में प्रोजेक्ट असिस्टेंट पूजा मंडल ने इंटरनेट पर आम तौर पर होने वाली गलतियों तथा इनसे जुड़े जोखिम के बारे में बताया। मुख्या वक्ता पूजा मंडल ने बताया की किस तरह से हम इंटरनेट का सुरक्षित उपयोग कर सकते हैं।

राज कुमार चौधरी जी ने अपने तात्कालिक कुछ अनुभव साझा किये। इन्फॉर्मेशन सिक्योरिटी एज्यूकेशन एवं अवेयरनेस प्रोजेक्ट के चीफ इन्वेस्टिगेटर राजकुमार चौधरी ने पिछले कुछ समय में इंटरनेट के माध्यम से नित नए धोखाधड़ी के विभिन्न प्रारूप और तरीकों के बारे में बताया।

इंस्ट्रूमेंटेशन एवं कंट्रोल विभागाध्यक्षा श्रीमती पूजा भारद्वाज ने इंडस्ट्री में साइबर फिजिकल सिस्टम्स के बढ़ते उपयोग के साथ साथ साइबर सुरक्षा बढ़ते खतरों से निपटने की जरूरतों पर चर्चा की। राहुल राज चौधरी जी ने बताया की सुरक्षित इंटरनेट के बारे में जागरूकता फैला कर हम न केवल स्वयं को बल्कि अपने समाज को इन खतरों से बचा सकते हैं। राहुल राज चौधरी ने लालच एवं अशिक्षा के चलते साइबर अपराधियों के चंगुल में फंसने का मुख्य कारण बताते हुए छात्रों को स्वयं शिक्षित होने तथा जुड़े हुए सभी साथियों, परिजनों तथा समाज में सभी लोगों को जागृत करने पर बल दिया। हरजीत सिंह ने अपने परिवार के साथ कुछ दिनों पूर्व हुए साइबर अपराध के प्रयास और उससे निपटने के तरीके पर चर्चा की। अजय चौधरी तथा श्रीमती पूजा भरद्वाज ने अपने विचार रखे।

डॉ अजय चौधरी ने विभिन्न अपराधों के तरीके, फिशिंग, विशिंग इत्यादि के बारे में विस्तार से बताया। तकनीकी सत्र में कम्प्यूटर विभागाध्यक्ष डॉ सुरेन्द्र सिंह, इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग के डॉ गयाप्रसाद सहित लगभग चालीस विद्यार्थी मौजूद थे। तकनीकी सत्र के समापन पर जूनियर रिसर्च फेलो लोकेश बरवड़ तथा गौतम ने सभी छात्रों एवं शिक्षकों का धन्यवाद अर्पित किया।

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