बच्ची से रेप के मामले में पुलिस ने मुस्लिम लड़के को उठाया लेकिन एक अमीर हिन्दू मकान मालिक आरोपी निकला
नयी दिल्ली, 23 दिसम्बर। संजीव राणा ने मेरी बेटी से रेप किया। उसका गला दबा दिया। वो नहीं मरी तो जिंदा ही नहर में फेंक दिया। ये बात उसने मेरे सामने कबूल की है। बेटी गायब हुई, तो हमने CCTV फुटेज देखे। उसमें कुछ खास नहीं मिला। घर के पास का CCTV देखा, तब पता चला कि हमारा मकान मालिक संजीव ही उसे ले गया था।’
ये आपबीती दिल्ली के स्वरूप नगर में रहने वाले रमेश की है। रमेश की 9 साल की बेटी 12 दिसंबर को गायब हो गई थी। उन्होंने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने रानी के पड़ोस में रहने वाले एक मुस्लिम लड़के से पूछताछ की, तो मामला हिंदू-मुस्लिम हो गया। रानी फिर भी नहीं मिली।
CCTV फुटेज से पता चला कि रानी आखिरी बार रमेश के मकान मालिक संजीव राणा के साथ दिखी थी। पुलिस ने 52 साल के संजीव को अरेस्ट कर लिया। फिर उसने जो बताया, वो डराने वाला है। संजीव ने बताया कि उसने रेप के बाद रानी को मुनक नहर में फेंक दिया था।
इस कबूलनामे के बाद रानी की तलाश शुरू हुई। मुनक नहर में गोताखोर लगाए गए। 7 दिन तक डेडबॉडी नहीं मिली, तो NDRF की टीम बुलाई गई। 4 दिन के सर्च ऑपरेशन के बाद 21 दिसंबर को रानी की बॉडी मिल गई।
ये पूरा मामला क्या है, ये जानने मीडिया के प्रतिनिधि रानी के घर पहुंचा। रेप केस होने की वजह से इस स्टोरी में बच्ची और उसके पिता का नाम बदला गया है।
घर के बाहर खेल रही थी, वहीं से गायब हो गई
रानी के पिता रमेश 4 साल पहले UP के कासगंज से दिल्ली आए थे। रमेश और उनकी पत्नी घर के पास ही एक फैक्ट्री में काम करने लगे। उनके तीन बच्चे हैं। रमेश बताते हैं, ‘मैं पत्नी के साथ काम पर गया था। बच्चे घर पर थे। मंझला बेटा 6 साल का है। दोपहर में वो सो रहा था। नींद खुली तो देखा कि रानी घर में नहीं है।’
‘अकेले होने की वजह से वो रोने लगा। एक पड़ोसी ने उसे रोते देखा और रानी को ढूंढने लगा। रानी नहीं मिली, तो पड़ोसी पत्नी की फैक्ट्री गया। उसने बताया कि रानी गायब है। मुझे पता चला तो मैं भी घर आ गया। रानी कहीं नहीं मिल रही थी। तब मैं पुलिस के पास गया। पुलिस ने रानी को खोजना शुरू किया। तीन दिन बाद रानी का एक CCTV फुटेज मिला। इसमें वो हमारे मकान मालिक संजीव राणा के साथ थी।’
रमेश बताते हैं, ‘हमारा मकान मालिक इलाके के सबसे अमीर लोगों में से है। लोगों को ब्याज पर पैसे देता है। उसके 6 मकान थे, जिसमें से एक उसने अभी लगभग एक करोड़ रुपए में बेचा है।’
दादी बोलीं- बिटिया मकान मालिक को दादा कहती थी, उसी ने ऐसा काम किया
रानी के घर में उसकी दादी मिलीं। रानी का जिक्र होते ही रोने लगती हैं। कहती हैं, ‘वो आदमी घर के सामने से मेरी बिटिया को ले गया। वो तो उसे दादा कहती थी। उसके साथ खेलती थी। हमने कभी नहीं सोचा था कि इतनी उम्र का आदमी ऐसी गलत हरकत कर सकता है।’
दादी रानी की कॉपी और स्कूल बैग दिखाते हुए कहती हैं, ‘वो पढ़ने में बहुत अच्छी थी। अभी चौथी क्लास में थी। स्कूल में हमेशा अच्छे नंबर आते थे। उसकी कॉपी देखिए, कितना अच्छा लिखती थी। उसे पढ़ने का शौक था। घर से बाहर गई थी, तब भी होमवर्क खत्म करके गई थी।’
दादी बताती हैं, ‘रानी नहीं मिल रही थी, तो हमने उसे ढूंढने के लिए उसके लापता के पोस्टर लगाए थे। मकान मालिक के परिवार से किसी ने भी हमें उसके बारे में नहीं बताया।’
रानी के ताऊ भी घर पर थे। वे कहते हैं, ‘संजीव राणा का पास में ही घर है। वो यहां अपनी कार खड़ी करता था। रानी को कभी खाने के लिए टॉफी देता था, कभी रुपए देता था। हमें नहीं पता था कि वो उसके साथ ऐसा कर सकता था।’
रेप की बात बताने पर बेटों ने संजीव राणा को पीटा था
आरोपी संजीव राणा का घर रानी के घर से दो गली छोड़कर है। उसके तीन मंजिला मकान पर ताला लगा है। पड़ोस में रहने वाली एक महिला ने बताया कि घटना के बाद संजीव का परिवार यहां से चला गया है।
वे बताती हैं, ‘संजीव ने अपने घर में बताया था कि उसने रानी से रेप कर उसे नहर में फेंक दिया है, तो बेटों ने उसे खूब पीटा। इसके बाद संजीव स्कूटी लेकर निकल गया था। तभी रास्ते में उसकी स्कूटी का एक्सीडेंट हो गया था।’
रानी की मौसी का आरोप- संजीव ने रानी की मां के साथ भी गलत हरकत की थी
नोएडा से आईं रानी की मौसी भी संजीव की पिटाई की बात बताती हैं। वे कहती हैं, ‘पुलिसवालों को संजीव नहीं मिल रहा था, तो वे उसके बेटों को थाने ले गए थे। संजीव के मिलने पर बेटों को छोड़ दिया गया। इसके बाद संजीव घर आया, तो बेटों ने उसकी पिटाई की थी। पिटाई के बाद वो जान देने जा रहा था, तभी स्कूटी से गिरने से उसे चोट लग गई।’
रानी की मौसी बताती हैं, ‘संजीव ने एक बार मेरी दीदी के साथ भी गलत हरकत की थी। उन्होंने घर में किसी को ये बात नहीं बताई थी। वो रानी के बारे में भी गलत बोलता था। इस घटना के बाद दीदी ने संजीव की पिछली हरकतों के बारे में बताया।’
4 दिन बाद मिली डेड बॉडी, NDRF की टीम बुलानी पड़ी
CCTV फुटेज से पता चल गया था कि रानी के गायब होने के पीछे संजीव राणा है। पुलिस ने उससे पूछताछ की तो 17 दिसंबर को उसने सब कबूल कर लिया। इसके बाद पुलिस ने नहर में सर्चिंग शुरू की। इसके लिए 5 गोताखोर लगाए। रानी की डेडबॉडी नहीं मिली, तो NDRF की टीम बुलाई गई। गुरुवार सुबह बॉडी नहर से निकाली गई।
पुलिस ने मुस्लिम लड़के को पूछताछ के लिए उठाया, परिवार ने मोहल्ला छोड़ा
रानी के पड़ोस में एक मुस्लिम परिवार रहता था। रानी के लापता होने की शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस ने इस परिवार के एक लड़के से शक के आधार पर पूछताछ की थी। इससे परिवार के खिलाफ माहौल बन गया। इसका नतीजा ये हुआ कि परिवार को किराए का घर छोड़कर जाना पड़ा।
स्वरूप नगर में रहने वाली सुगना बताती हैं, ‘हमारे मोहल्ले में 2-3 घर मुस्लिमों के हैं। लड़की लापता हुई, तो पुलिस ने एक मुस्लिम लड़के को उठा लिया। लड़की के साथ जिसने गलत काम किया, उसे देखा तक नहीं। हमने बोला तो पुलिसवाले कहने लगे कि तुम क्यों इतना बोल रही हो
जिस लड़के को पुलिस ने उठाया था, हम उसकी बहन रूमा से मिले। वे बताती है’ ‘इलाके के लोग कहने लगे थे कि इन मुस्लिमों ने बच्ची को मारकर दफना दिया है। हमारा धर्म अलग है, इसलिए सभी ने हमें आरोपी बना दिया। असली आरोपी तो कोई और था। हम डेढ़ साल से वहां रह रहे थे। अब डर लगने लगा था। इसीलिए हमारा परिवार वहां से घर छोड़कर आ गया। अब हम अमरोहा जा रहे हैं।’
पुलिस बोली- आरोपी का एक्सीडेंट हो गया था, इसलिए पूछताछ नहीं की
दिल्ली पुलिस के आउटर नॉर्थ DCP रवि कुमार सिंह बताते हैं, ‘12 दिसंबर की रात करीब 8:30 बजे बच्ची के माता-पिता ने लोकल थाने में बेटी की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने किडनैपिंग का मामला दर्ज कर लिया था।’
‘जांच के दौरान पुलिस ने CCTV फुटेज देखी, तो आखिरी वक्त लड़की को उनके मकान मालिक संजीव राणा के साथ कार में बैठते हुए देखा। पुलिस उससे पूछताछ करती, लेकिन राणा का एक्सीडेंट हो गया। वो जख्मी था। इसलिए पुलिस उससे पूछताछ नहीं कर सकी। 17 दिसंबर को उससे पूछताछ की तो आरोपी ने कबूल कर लिया कि उसने बच्ची का रेप कर, उसे खेड़ा की मुनक नहर में फेंक दिया था।