राजस्थान में खाजूवाला और छतरगढ़ तहसील अनूपगढ़ से हटाकर बीकानेर जिले में शामिल
छत्तरगढ़ और खाजूवाला में कांग्रेस को नुकसान हो रहा था, इसलिए बदला फैसला
बीकानेर , 7 अक्टूबर। छत्तरगढ़ और खाजूवाला को अनूपगढ़ में शामिल करने का विरोध लगातार बढ़ रहा था। इसका सीधा नुकसान आपदा राहत मंत्री और कांग्रेस कैंपेन कमेटी के अध्यक्ष गोविंद मेघवाल को हो रहा था। गोविंद मेघवाल खाजूवाला से विधायक हैं। स्थानीय लोग इलाके को बीकानेर में ही रखने पर अड़े हुए थे। इस मांग से लोगों की भावना जुड़ गई। मुख्यमंत्री तक फीडबैक पहुंचाया गया कि फैसला नहीं बदला गया तो चुनावों में पार्टी को नुकसान होगा, इसके बाद सीएम ने छत्तरगढ़ और खाजूवाला को बीकनेर में ही रखने का फैसला किया।
राजस्थान में 53 जिले बनने के बाद एक जिले में बदलाव किया गया है। नए जिले अनूपगढ़ में खाजूवाला और छत्तरगढ़ तहसीलों को शामिल करने के लगातार विरोध के बाद सरकार ने अब अपना फैसला बदल दिया है। अब खाजूवाला और छत्तरगढ़ तहसीलों को अनूपगढ़ से हटाकर फिर से बीकानेर जिले में शामिल कर दिया है। राजस्व विभाग ने अनूपगढ़ और बीकानेर जिलों के नए सिरे से सीमांकन की अधि
सूचना जारी कर दी है।
नए सिरे से सीमांकन के बाद अब खाजूवाला और छत्तरगढ़ बीकानेर जिले में शामिल कर लिए गए हैं। अनूपगढ़ जिले में अब 4 उपखंड और 5 तहसीलें रह गई हैं। बीकानेर जिले में अब 7 उपखंड और 9 तहसीलें हो गई हैं।
इस तरह बदल गया बीकानेर और अनूपगढ़ जिलों का भूगोल
अनूपगढ़ जिले में अब ये 4 उपखंड : अनूपगढ़, रायसिंहनगर,श्रीविजयनगर और घड़साना
अनूपगढ़ जिले में ये 5 तहसीलें : अनूपगढ़, रायसिंहनगर,श्रीविजयनगर घड़साना और रावला
बीकानेर जिले में 7 उपखंड : बीकानेर, लूणकरणसर, नोखा, पूगल, श्रीडूंगरगढ़, कोलायत, छत्तरगढ़, खाजूवाला
बीकानेर जिले की 9 तहसील : बीकानेर, लूणकरणसर, नोखा, पूगल, श्रीडूंगरगढ़, कोलायत, हदा,,छत्तरगढ़ और खाजूवाला
छत्तरगढ़ और खाजूवाला के लोग लगातार विरोध कर रहे थे
नए जिलों के नोटिफिकेशन और सीमांकन होने के बाद से ही छत्तरगढ़ और खाजूवाला को नए जिले अनूपगढ़ में शामिल करने का विरोध किया जा रहा था। सीमांकन के बाद अगस्त से ही आंदोलन चल रहा था। कई बार बाजार बंद हुए। विरोध कर रहे लोगों ने कई बार मुख्यमंत्री और आपदा राहत मंत्री गोविंद मेघवाल से आकर मुलाकात की थी।
डिनोटिफिकेशन के आदेश में पाकिस्तान से सटे बज्जू को सरकार भूल गई
राज्य सरकार ने खाजूवाला और अनूपगढ़ को एक बार फिर बीकानेर में शामिल कर दिया है। लेकिन, डिनोटिफिकेशन के आदेश में पाकिस्तान से सटे बज्जू को सरकार भूल गई। नतीजा ये है कि बज्जू अब बीकानेर सहित राजस्थान के किसी हिस्से में नजर नहीं आ रहा है जबकि हकीकत में बज्जू बीकानेर का उपखंड मुख्यालय है।
शनिवार को राजस्व विभाग के संयुक्त शासन सचिव बाल मुकुंद असावा की ओर से जारी आदेश में बीकानेर और अनूपगढ़ जिले का डिनोटिफिकेशन किया गया है। इसमें अनूपगढ़ जिले में अब अनूपगढ़, रायसिंहनगर, घड़साना और श्री विजयनगर को शामिल किया गया है। इसमें तहसील के रूप में अनूपगढ़, रायसिंहनगर, घड़साना, श्रीविजयनगर और रावला को शामिल किया गया है।
बीकानेर अब पहले जैसा ही हो गया है। खाजूवाला और छत्तरगढ़ को पहले श्रीगंगानगर में शामिल किया गया था लेकिन अब दोनों बीकानेर में आ गए हैं। सरकार के आदेश में ये चूक हो गई है कि बीकानेर में पाकिस्तान से एकदम सटे बज्जू को उपखंड की लिस्ट में शामिल किया गया है।
बीकानेर जिले में नौ उपखंड है जबकि सूची में आठ ही दिखाये गए हैं। बीकानेर में बीकानेर, खाजूवाला, छत्तरगढ़, नोखा, लूणकरनसर, श्रीकोलायत, श्रीडूंगरगढ़, पूगल को शामिल किया है लेकिन बज्जू का नाम रह गया। बज्जू कभी श्रीकोलायत में था लेकिन अब बज्जू स्वयं स्वतंत्र क्षेत्र है। ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी जिस कोलायत विधानसभा से जीत कर आए हैं, उसी का हिस्सा बज्जू भी है।