राजस्थान की पहली मुस्लिम महिला आफिसर कर्नल ईशरत ने आर्मी यूनिट की कमांड सम्भाल कर इतिहास रचा
- कायमखानी बिरादरी के सुनहरे इतिहास मे एक अध्याय ओर जुड़ा
नुआ \झूंझुनू (अशफाक कायमखानी)। राजस्थान के झुंझुनूं जिले के नुआ गावं के एक कायमखानी परिवार के भारतीय व राज्य प्रशासनिक सेवा व पुलिस सेवा के अधिकारियों के साथ साथ आर्मी मे दर्जनों अधिकारी देश में सेवा देने के सुनहरे इतिहास में आज एक नये अध्याय को ओर जोड़ दिया है।
जानकारी अनुसार मरहूम लियाकत अली खां IGP परिवार के मरहूम कर्नल जकी अहमद की लाडली व ब्रिगेडियर साकिब हुसैन की बहन कर्नल ईशरत ने मेरठ मे एक बडी आरडनेंस आर्मी यूनिट की कमांड आज सम्भाल ली है। कर्नल ईशरत राजस्थान की पहली मुस्लिम महिला आफिसर है जिन्होंने एतनी बडी यूनिट की कमांड सम्भाली है।
कर्नल ईशरत के पिता जकी अहमद लेफ्टिनेंट कर्नल थे व भाई शाकिब आर्मी मे ब्रिगेडियर है। पीता कर्नल जकी अहमद का आर्मी सेवा मे रहते बीकानेर मे नवम्बर 1995 मे इंतेकाल हो गया था। कर्नल ईशरत के परिवार मे मरहूम लियाकत अली खा IPS आईजी पुलिस रहे है। अशफाक हुसैनIAD व जाकीर हुसैन IAS दोनो भारतीय प्रशासनिक सेवा IAS अधिकारी होने के साथ साथ जिला कलेक्टर के पद पर रहे है। परिवार के दामाद कमरुल जमान चौधरी IAS वर्तमान मे सीकर जिला कलेक्टर है। राजस्थान प्रशासनिक सेवा मे इस परिवार का दबदबा है। जिनमे शाहीन खान RAS, मोनिका शाहीन खान DIG JAIL, सलीम खान RAS, सना खान RAS, जावेद खान RAS है। ऐजाजुन नबी खान वित्त विभाग मे जोइंट सेक्रेट्री, व फराह हुसैन IRS है।
कुल मिलाकर यह है कि राजस्थान के मुस्लिम समुदाय की कायमखानी बिरादरी का उक्त परिवार भारतीय व राज्य की प्रशासनिक व पुलिस सेवा के महत्वपूर्ण पदो के अलावा आर्मी के उच्च पदो पर सेवा देते हुये देश की खिदमत कर रहा है। ऐसे परिवार पर गर्व होता है। सरकारी सेवाओ को कर्तव्यनिष्ठा के साथ पुरा करते हुये यह परिवार सामाजीक खिदमात करने मे हमेशा अग्रणी रहता है।