तेरापंथ के वरिष्ठ कार्यकर्ता विमल जैन मुसरफ का निधन

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राजगढ़\ सादुलपुर, 20 नवम्बर। अपनी युवा अवस्था में शराब मुक्ति व अपृश्यता आन्दोलन की अलख जगाने वाले तेरापंथ के जाने-माने सेवा भावी सावर्जनिक जीवन में सक्रिय व्यक्तित्व विमल जैन मुसरफ का शनिवार रात्रि को बैंगलोर में देहावसान हो गया। अस्वस्थ होने के कारण उन्हें बैंगलोर ले जाया गया था। वहां के एक प्रमुख हॉस्पिटल में शनिवार को दिन में ऑपरेशन भी हो गया। सफल ऑपरेशन के बावजूद देर रात्रि को उन्होंने दम तोड़ दिया।
उनका अंतिम संस्कार रविवार को बैंगलोर में कर दिया गया। सामाजिक और धार्मिक क्षेत्र में जीवन भर सक्रिय रहने वाले विमल मुसरफ वर्तमान समय में भी राजस्थान के राजसमंद की तेरापंथ जैन समाज की अणुव्रत विश्व भारती में सेवाएं दे रहे थे।

आचार्य श्री महाप्रज्ञजी की प्रेरणा से 2006 में अणुव्रत विश्व भारती में सेवाएं शुरू की थी और उनकी तमन्ना यही रही कि आखिरी सांस तक अनुविभा में ही रहूं। इससे पूर्व आचार्य प्रवर गुरुदेव तुलसी के निर्देश पर इन्होंने भारतीय संस्कार निर्माण समिति में 1971-72 से लंबे समय तक सेवाएं दी थी।

विमल मुसरफ आचार्य श्री तुलसी के कृपापात्र श्रावक थे। उनके साथी अमरचन्द सोनी , जैन लूणकरण छाजेड़ , धर्मचन्द सिंगी , हंसराज डागा, कन्हैयालाल बोथरा ( पुरानी लेन ) , स्व. जसकरण सुखानी , स्व. सुमेरमल सुखानी इत्यादी लोग रहे। अभी पिछले कई वर्षों से बंगलुरु में ही प्रवास कर रहे थे। सादुलपुर के वरिष्ठ पत्रकार श्याम जैन के बड़े भाई थे। उनका ससुराल भीनासर दुगड़ परिवार में था। बीकानेर के पत्रकार स्व. अरुण सक्सेना के साथ मित्रवत सम्बध रहे। थार एक्सप्रेस परिवार उनकी आत्मा की कल्याण की कामना करता है।
उनके भाई श्याम जैन ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा –
बहुत दु:खद समाचार है कि…हमारे बड़े भाईजी, आदरणीय विमल जी जैन (पुत्र स्व. चैनरूप जी मुसरफ) का 19 नवंबर को बैंगलोर में स्वर्गवास हो गया, अंतिम संस्कार 19 नवंबर को बैंगलोर में ही कर दिया गया।
भाई साहब का द्वादशा तथा पगड़ी रस्म आदि कार्यक्रम राजगढ़ में ही होंगे। उसी के अंतर्गत राजगढ़ सादुलपुर में तीन दिवसीय स्मृति बैठक रखी गई है। यह शोक संवेदना बैठक 20, 21 एवं 22 नवम्बर (सोमवार, मंगलवार तथा बुधवार) को रोजाना दोपहर 1-00 बजे से सांय 5-00 तक मोहता चौक, राजगढ़ के निकट (बड़ौदा राजस्थान क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक के पीछे) स्थित हमारे निवास स्थान पर रखी गई है।

khaosa oct 2023

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